चंपावत में रात से जारी बारिश के कारण एनएच स्वाला के पास मलबा आने से बंद हो गया है। एनएच बंद होने से कई वाहन फंस गए हैं। एनएच की जेसीबी, पोकलैंड मशीन लगाकर खोलने का काम लगातार कर रहा है। जरूरी सामग्री लेकर आ रहे वाहन भी फंसे हैं। इसके अलावा शनिवार सुबह से ही बागेश्वर, अलमोड़ा में बारिश जारी है।
वहीं, गढ़वाल मंडल में हो रही भारी बारिश की वजह से देर रात कुमाऊं के तराई- भाबर का इलाका अंधेरे में डूब गया। पिटकुल ने अचानक विद्युत उत्पादन कम होने से आपात कटौती की है। इसकी वजह से रात साढ़े दस बजे के करीब हल्द्वानी, काशीपुर और रुद्रपुर समेत आसपास के क्षेत्रों में गई बिजली करीब 12:45 बजे आई।
बारिश और उमस के बीच अचानक हुई बिजली कटौती से सब स्टेशन के फोन घनघनाने लगे लेकिन कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला। इस बारे में जब पिटकुल के अधिकारियों से बात की गई तो वह भी आपूर्ति बहाल होने की सटीक जानकारी देने में असमर्थ नजर आए। बिजली आपूर्ति ठप होने से हल्द्वानी, रुद्रपुर, काशीपुर के उद्योगों में उत्पादन ठप हो गया। अस्पतालों में मरीजों और तीमारदारों को परेशान होना पड़ा। पेयजल की पंपिंग योजनाएं ठप होने से पानी की आपूर्ति भी बाधित हो गई।
कुमाऊं के अधिकतर शहरों की बिजली आपूर्ति बाधित होने के संबंध में पिटकुल के 220 केवी सबस्टेशन कमलुवागांजा के अधिशासी अभियंता पंकज आर्य ने बताया कि गढ़वाल मंडल में भारी बारिश होने से नदियों में गाद आने से जलविद्युत परियोजनाओं का उत्पादन गिर गया। उत्पादन कम होने से सेंट्रल ग्रिड देहरादून से आपात कटौती की गई। केंद्रीय ग्रिड ने शहरी क्षेत्रों की बिजली आपूर्ति बहाल करने की बात कही है लेकिन बिजली आपूर्ति कब तक सुचारु होगी, इस संबंध में स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई। केंद्रीय ग्रिड देहरादून के निर्देश पर ही सप्लाई बहाल होने की बात बताई गई।
इधर, उत्तराखंड पावर कारपोरेशन नैनीताल मंडल के अधीक्षण अभियंता नवीन मिश्रा का कहना है कि सेंट्रल ग्रिड से कटौती किए जाने की जानकारी मिली है। बिजली सप्लाई बहाल कराने के लिए पिटकुल के अधिकारियों से लगातार संपर्क किया जा रहा है। केंद्रीय ग्रिड से कटौती वापस लेने पर ही बिजली आपूर्ति बहाल हो सकेगी।
फाल्ट ने भी परेशानी बढ़ाई
शहर में दिनभर कई जगह फाल्ट की वजह से बिजली की आंखमिचौली जारी रही। कुछ जगह लॉपिंग की वजह से भी विभाग ने शटडाउन लिया, जिसकी वजह से कुछ जगह बिजली कटौती की गई।