रामनगर। उत्तराखंड में गढ़वाल-कुमाऊं को जोड़ने के लिए प्रस्तावित नए नेशनल हाईवे को सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है। अंतिम स्वीकृति मिलने पर सर्वे का काम जल्द शुरू होगा। इस हाईवे के बन जाने से कुमाऊं के लोग यूपी में प्रवेश किए बिना राजधानी देहरादून आवाजाही कर सकेंगे।
रामनगर के समाजसेवी हरीशचंद्र सती ने 30 दिसंबर 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेजकर उक्त नेशनल हाईवे की मांग की थी। समाजसेवी के पत्र पर पीएमओ ने लक्ष्मणझूला से रानीखेत तक (300 किमी.लंबे) नए नेशनल हाईवे का प्रस्ताव सड़क परिवहन मंत्रालय से मांगा था।
सड़क परिवहन मंत्रालय की ओर से पीएमओ को लक्ष्मणझूला (ऋषिकेश) से दुगड्डा-नैनीडांडा-शंकरपुर-मोहान-भतरौंजखान-रानीखेत तक मार्ग का प्रस्ताव भेजा गया। इसे पीएमओ से सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है। अब हाईवे पर सर्वे का काम जल्द शुरू होगा। बजट स्वीकृति से नेशनल हाईवे को डबल लेन किया जाएगा।
मोहान-रानीखेत मार्ग का होगा चैड़ीकरण
मोहान से रानीखेत स्टेट हाईवे सिंगल लेन है। इस पर वाहनों का दबाव भी अत्यधिक है। वाहनों की आवाजाही को देखते हुए भी इस मार्ग के चैड़ीकरण की मांग उठती रही है, लेकिन मार्ग चैड़ा नहीं हो पाया था। नए नेशनल हाईवे में मोहान से लेकर रानीखेत तक मार्ग शामिल होने से अब यह मार्ग भी डबल लेन होगा। मार्ग चैड़ा होने से वाहन सरपट दौड़ सकेंगे।
लक्ष्मणझूला-दुगड्डा-रथुवाढाब-मोहान-रानीखेत मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग में परिवर्तित करने की सैद्धांतिक स्वीकृति सड़क परिवहन मंत्रालय से मिल चुकी है। अंतिम स्वीकृति प्राप्त होने पर मार्ग के चैड़ीकरण आदि का काम शुरू होगा।
– अनिल पांगती, अधीक्षण अभियंता, राष्ट्रीय राजमार्ग वृत्त, लोनिवि