रानीखेत : वैश्विक महासंकट की दूसरी लहर के बाद अब ओमिक्रॉन वायरस की चुनौती से निपटने को एक तरफ अतिसतर्कता बरती जा रही है। इधर दुबई से भारत आए चार भारतीय यात्रियों की कोरोना जांच चुनौती बन गई है। स्वास्थ्य विभाग उन्हें सप्ताहभर से खोज रहा लेकिन उनकी दूसरी टेस्टिंग के लिए नमूने जुटाना चुनौती बन गया है। हैरान परेशान चिकित्सालय प्रशासन ने अब पुलिस से मदद मांगी है, जो दिन भर तलाश में जुटी रही।
दुबई (यूएइ) में कार्यरत अविनाश श्रीवास्तव, डौली नेगी, आरियाना श्रीवास्तव व स्यान श्रीवास्तव बीती 10 दिसंबर को भारत आए। ये सभी एक ही फ्लाइट इके516 से स्वदेश लौटे थे और नगर के मोहल्ला राजपुरा पहुंचे। इस मामले में आइडीएसपी ने 11 दिसंबर को मेल के जरिये जिला प्रशासन व सीएमओ कार्यालय को अवगत कराया गया।
विभागीय सूत्रों के अनुसार विदेश से भारत लौटे इन चारों ने कोरोना जांच नहीं कराई है। इसीलिए नमूने लिए जाना बेहद जरूरी है। हरकत में आया स्वास्थ्य विभाग इन्हें खोजता रहा लेकिन अब तक किसी का कोई पता नहीं लग सका है। इससे हलकान नागरिक चिकित्सालय प्रबंधन ने पुलिस से मदद मांगी। शुक्रवार को खाकी विदेश से नगर में पहुंचे लोगों की तलाश में जुटी रही।
ये है नई गाइडलाइन
कोरोना के नए वेरिएंट से निपटने को गाइडलाइन लागू की गई है। इसके तहतत विदेश से आने वाले यात्री का पहले एयरपोर्ट पर ही आरटीपीसीआर टेस्ट होगा। फिर वह सात दिन घर में ही क्वारंटाइन पर रहेगा। 8वें दिन संबंधित विदेशी यात्री का दूसरा नमूना लिया जाएगा। इसकी जानकारी क्षेत्र के चिकित्सालय को भी दी जाएगी। मगर रानीखेत पहुंचे विदेशी यात्री संपर्क तो दूर स्वास्थ्य विभाग को मिले ही नहीं हैं।
विदेश से आने वालों के लिए ये नियम
संयुक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत जयकिशन ने बताया कि अब तक ट्रेस कैसे नहीं हो सके, पता लगवाते हैं। गाइडलाइन के तहत विदेश यात्री के एयरपोर्ट पर आरटीपीसीआर के लिए नमूने लिए जा रहे हैं। दूसरा नमूना आठवें दिन स्थानीय चिकित्सालय में लेना अनिवार्य है। मुख्य चिकित्साधीक्षक नागरिक चिकित्सालय रानीखेत डा. केके पांडे का कहना है कि चार लोग विदेश से रानीखेत पहुंचे हैं। इन लोगों अभी तक कोरोना टेस्टिंग के लिए सैंपलिंग नहीं कराई है। उनकी ढूंढखोज की जा रही है। पुलिस से भी मदद मांगी है।