रुद्रपुर। कोरोना संक्रमण के चलते कोई अपनों के अंतिम दर्शन नहीं कर पा रहा है तो कोई चाहकर भी संक्रमित से नहीं मिल पा रहा है। ऐसा ही एक मामला रुद्रपुर के पोस्टमार्टम हाउस में सामने आया।
मेडिकल कॉलेज में मौत के बाद कोरोना संक्रमित का शव पोस्टमार्टम हाउस में रखा गया था। अपनों के इंतजार में दो दिन तक शव पोस्टमार्टम हाउस में पड़ा रहा। नौबत यह आ गई की शव से सड़ने की दुर्गंध उठने लगी। दो दिन बाद मृतक का भाई पहुंचा और शव का दाह संस्कार किया।
वार्ड नंबर चार भदईपुरा निवासी एक व्यक्ति अपनी पत्नी के साथ रहता था। पोस्टमार्टम हाउस में काम करने वाले मनीष ने बताया कि कुछ साल पहले इस व्यक्ति की पत्नी से अनबन हुई तो पत्नी छोड़कर चली गई। इसके बाद वह अकेले मकान में रहता था। पांच दिन पहले तबीयत खराब होने पर उसने 108 पर कॉल की थी। 108 कर्मियों ने उसे मेडिकल अस्पताल पहुंचाया तो वह जांच में कोरोना संक्रमित निकला।
फौजी भाई ने किया अंतिम संस्कार
डॉक्टर उसका इलाज कर रहे थे। शनिवार को इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया था। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम हाउस में रखा गया। बताया कि परिजनों के इंतजार में शव दो दिन तक पीपीई किट में बंधा रहा।
परिजन नहीं पहुंचे तो शव से दुर्गंध आनी शुरू हो गई थी। मंगलवार को तीसरे दिन शव श्मशान घाट पहुंचाया गया। जहां भाई ने उसका अंतिम संस्कार किया।
कोरोना संक्रमित मृतक का भाई बरेली आर्मी कैंप में तैनात है। बुधवार को मृतक की जेब में मिले एक नंबर से उनसे संपर्क हो पाया। इसके बाद मृतक का भाई बरेली से रुद्रपुर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा और भाई के शव को किच्छा हाईवे स्थित श्मशान घाट ले गया।