नैनीताल : नैनीताल जिले में आपदा में भूस्खलन से बंद पांच सड़कें मंगलवार को खोल दी गई जबकि 29 सड़कें अभी भी बंद हैं। अगले दो दिन में बंद सड़कों को खोलने का लक्ष्य तय किया गया है। सड़कें बंद होने के कारण सर्वाधिक दिक्कत मरीजों और बुजुर्गों को हो रही है।
आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार रामनगर-तल्लीसेठी-बेतालघाट, कांडा-डौनपरेवा, फतेहपुर-पीपल अडिय़ा, लोहाली-थोवा ब्लॉक, भौंर्सा-पिनरौ, सूखा मोटर मार्ग, कालाखेत-दिग्थरी, तल्लाकोट-सीम, सरना-सवाखेत, मटियाली-कनर्खा, सिल्टोना-बजेड़ी, हरतपा-हली्र सलियाकोट-अनर्पा, बबियाड़-दूधली, महतोली-मज्यूली, दीनीतल्ली-मल्ली, झाझर-अक्सोड़ा, देवीपुरा-सौड़, भंडापानी-पाटकोट, चमोली-बड़ौन, टकुरा-तुषराड़, छीड़ाखान-अमजड़, डालकन्यां-गौनियारो, क्वारब-मौना-सरगा, खुजेठी-पतलिया, बलना-वलना, पतलिया-ज्योश्यूड़ा, खनस्यूं-टांडा, पदमपुरी-हैड़ाखान-कोंता-ककोड़ आदि सड़कें अभी बंद हैं।
एसडीएम ने मलुवाताल का किया दौरा
एसडीएम प्रतीक जैन ने मंगलवार को मलुवाताल का निरीक्षण कर आपदा की स्थिति का मौके पर आकलन किया। एसडीएम ने आपदा प्रभावित ग्रामीणों से वार्ता की। ग्रामीणों ने बताया कि आपदा में फसल तरह चौपट हो गई है। एसडीएम ने मौके पर मकानों व खेतों को हुए नुकसान का जायजा लिया। आपदा क्षति के मानकों के दायरे में आने पर तीन घरों के मुखिया को एक लाख 19 हजार के चेक मौके पर ही दिए गए। जरूरतमंद परिवारों को राशन किट व कंबल प्रदान किए गए।