नैनीताल। नैनीताल जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व उप केंद्रों पर काेविड संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर व कंसंट्रेटर उपलब्ध करा दिए गए हैं। जिला प्रशासन का दावा है कि नैनीताल उत्तराखंड का पहला जिला हैं, जहां कोविड रोगियों के लिए ऑक्सीजन की कमी नहीं है। डीएम ने बताया कि कोविड केयर सेंटर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामनगर के मालधन में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर 12, सीएचसी कालाढूंगी में बी टाइप सिलेंडर 9 व ऑक्सीजन कंसंट्रेटर आठ, कोटाबाग में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर 15 व बी व डी टाइप सिलेंडर 12, गरमपानी में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर 23, बी व डी टाइप सिलेंडर 34, बेतालघाट में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर 13 व सिलेंडर 14, रामगढ़ में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर आठ व सिलेंडर 9, सुयलबाड़ी में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर 6, सिलेंडर दो, पदमपुरी में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर 12, सिलेंडर दो तथा सीएचसी भवाली में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर 32 व डी व बी टाइप सिलेंडर 10 उपलब्ध कराए हैं।
पीएचसी में ऑक्सीजन व कंसंट्रेटर की स्थिति
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ओखलकांडा ऑक्सीजन कंसंट्रेटर पांच व दो सिलेंडर
-भोंर्सा में कंसंट्रेटर दो, सिलेंडर एक
-ओखलढुंगा में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर एक, सिलेंडर दो
-चोरगलिया में एक सिलेंडर, एक कंसंट्रेटर
-दौलतपुर में एक कंसंट्रेटर, दो सिलेंडर
-बिन्दुखत्ता में दो सिलेंडर, एक कंसंट्रेटर
-लालकुंआ में सिलेंडर दो, एक कंसंट्रेटर
-मोटाहल्दू में दो ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, एक सिलेंडर
-पांडेनिवार में एक सिलेंडर, एक कंसंट्रेटर
-बनभूलपुरा में दो सिलेंडर, एक कंसंट्रेटर
-बैलपड़ाव में एक सिलेंडर, एक कंसंट्रेटर
-बिठोरिया में एक सिलेंडर, एक कंसंट्रेटर
-छोई में एक -एक पिरूमद्वारा में सिलेंडर दो, कंसंट्रेटर एक
-कानियाँ में सिलेंडर दो, कंसंट्रेटर एक
-पाटकोट में सिलेंडर दो, कंसंट्रेटर एक
-बनना में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर एक, सिलेंडर दो
-भुजान में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर दो, सिलेंडर दो
-ज्योलीकोट में सिलेंडर चार, कंसंट्रेटर 5
-मौना में सिलेंडर चार, कंसंट्रेटर एक उपलब्ध है।
सुविधाओं से लैस हैं सीएचसी-पीएचसी
डीएम ने बताया कि जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर व सिलेंडर उपलब्ध कराए गए हैं। प्रधानमंत्री के जहां बीमार, वहां उपचार के सूत्र वाक्य को सार्थक किया गया है। पिछले दिनों डीएम के प्रयासों से एक्ट ग्रांट्स संस्था द्वारा 231ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स उपलब्ध कराए गए थे। सेंट जोसफ कॉलेज के पूर्व छात्र हल्द्वानी के निवासी आशुतोष जोशी व नैनीताल के पूर्व अंतरराष्ट्रीय धावक हरीश तिवारी के सहयोग से यह सफलता मिली थी।