नैनीताल। विरोध में उतरे देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ के जुड़े कर्मियों की मांगे पूरी नहीं होने पर कर्मियों ने 19 जुलाई से कार्य बहिष्कार का ऐलान किया है। कर्मियों ने आयुक्त कार्यालय में पहुंच नारेबाजी कर सरकार के खिलाफ जमकर विरोध जताया। उन्होंने कार्यालय में ज्ञापन सौंप जल्द मांगे पूरी करने को कहा।
गुरुवार को देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ प्रदेश अध्यक्ष राहत मसीह के नेतृत्व में तमाम सफाई कर्मचारी आयुक्त कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने विभिन्न मांगों को लेकर जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही आयुक्त के नाम ज्ञापन मुख्य प्रशासनिक अधिकारी हरीश लाल वर्मा को सौपा। राहत मसीहा ने कहा कि लंबे समय से सफाई कर्मचारियों की कई समस्याएं चलती आ रही है।
संगठन की ओर से निकायों व अन्य विभागों में ठेका प्रथा बंद करने, 2015 में शासनादेश जारी कर नियुक्ति ढांचे में किए गए परिवर्तन को वापस लेते हुए स्थाई पदों पर नियुक्ति करने, शिक्षित पर्यावरण मित्रों को कनिष्ठ सहायक व अन्य पदों पर पदोन्नति का लाभ देने, मृतक आश्रित नियमावली में परिवर्तन करने, पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने, सफाई कर्मियों का जीवन बीमा व स्वास्थ्य बीमा करने, सफाई कर्मियों को राज्य कर्मियों की भांति भत्ते दिए जाने, कर्मियों को आवंटित आवासों में मालिकाना हक देने, पर्यावरण मित्र पदनाम को संशोधित कर सफाई सैनिक नाम दिए जाने समेत 11 सूत्रीय मांगों को लेकर कई बार वह प्रदेश स्तर पर मांग कर चुके हैं। मगर कोई निस्तारण नहीं निकल रहा।
संघ से जुड़े कर्मचारी 11 सूत्री मांगों को लेकर 15 मार्च से चरणबद्ध आंदोलन शुरू कर दिया था। जिसके बाद शासन से दो बार की वार्ता हुई मगर वह बेनतीजा रही। कर्मियों ने ऐलान किया कि आंदोलन के तीसरे चरण में 19 जुलाई से पूरे प्रदेश भर के कर्मचारी अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार शुरू कर देंगे। इस दौरान प्रदेश भर में सफाई कार्य बाधित रखा जाएगा। इस दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष ओम प्रकाश चौटाला, अमरदीप चौधरी, अमित कुमार, रामू भारती, महेंद्र भाई, राजन भाई, सोनू सहदेव, कमल कुमार, राजेंद्र कुमार, विक्की सिलेलान, अमन टांक समेत अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।