हल्द्वानी: पंजाब में युवा सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या को लेकर सोमवार को हल्द्वानी में कांग्रेसियों ने पंजाब सरकार व दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ प्रदर्शन किया। कांग्रेसियों ने कहा कि दो दिन पहले मशहूर गायक की सुरक्षा वापस लेने के साथ पंजाब की आप सरकार ने इसे प्रचारित भी किया। जिसके बाद दिनदहाड़े मूसेवाला की हत्या कर दी गई।
यूथ कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष गुरप्रीत सिंह प्रिंस के नेतृत्व में बुद्ध पार्क में जुटे कार्यकर्ताओं ने कहा कि केवल कोरी वाहवाही के लिए पंजाब सरकार ने बड़ी संख्या में लोगों से उनकी सिक्योरिटी वापस ले ली। जबकि इसमें कई ऐसे लोग भी शामिल हैं जिन्हें खतरे की आशंका खुद पंजाब पुलिस ने ही जताई थी। लेकिन सिर्फ राजनीतिक स्टंट के लिए सुरक्षाकर्मी वापस ले लिए गए। जिसका खामियाजा एक युवा गायक को अपनी जान देकर भुगतना पड़ा।
प्रदेश उपाध्यक्ष प्रिंस ने कहा कि बड़े-बड़े दावे कर पंजाब की सत्ता में काबिज होने वाली आप पहले दिन से फेल नजर आ रही है। संवेदनशील राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। भले भगवंत मान को सीएम की जिम्मेदारी मिली है। लेकिन केजरीवाल और उनके करीबी दिल्ली से ही पूरी सरकार चला रहे हैं।
सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या
रविवार को पंजाबी सिंगर और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी गई। उन पर मानसा के जवाहर के गांव में अज्ञात हमलावरों ने करीब 30 गोलियां दागीं। पंजाब के डीजीपी वीके भावरा ने कहा कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी लारेंस बिश्नोई ग्रुप के कनाडा में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने ली है। मूसेवाला का मैनेजर शगनप्रीत का नाम शिअद नेता विक्की मिड्डूखेड़ा हत्याकांड में आया था। यह घटना उसी की प्रतिक्रिया मानी जा रही है। भावरा ने कहा कि मूसेवाला जब अपने घर से निकले तब रास्ते में दो-दो गाड़ी आगे और पीछे से आईं और इनकी गाड़ी पर फायरिंग की।