हल्द्वानी : उच्च शिक्षा में पठन-पाठन का बुरा हाल है। कोरोना के बाद कालेज खुले तो अब चुनाव आ गया। प्रोफेसरों को पढ़ाना छोड़कर ईवीएम की पहरेदारी करनी पड़ेगी। एमबीवीजी कालेज को चुनाव के लिए अधिग्रहीत किया गया है। लिहाजा कालेज कुछ समय बाद निर्वाचन का केंद्र बन जाएगा।
महाविद्यालय में कोरोना संक्रमण के चलते डेढ़ साल से पढ़ाई प्रभावित रही। आनलाइन पढ़ाई से छात्र-छात्राओं को परेशान होना पड़ा। खासकर उन बच्चों को जहां मोबाइल में नेटवर्क नहीं आते हैं। उन्हें कई किलोमीटर दूर जाकर नेटवर्क खोजने पड़े। आधी-अधूरी तैयारियों के बीच परीक्षाएं भी संपन्न हो गई। नया सत्र शुरू हुआ तो अब 2022 का विधानसभा चुनाव आ गया। ऐसे में छात्रों की पढ़ाई पूरी तरह से प्रभावित हो जाएगी।
राजनेताओं की नेतागीरी छात्रों के भविष्य में बाधक बनेगी। पहली बार कालेजों में प्रवेश नवंबर व दिसंबर में हो रहे हैं। जबकि प्रवेश की प्रक्रिया अप्रैल व मई में होती थी। बीएससी, बीकाम में कक्षाएं शुरू हो गई हैं। अगले माह से पढ़ाई ठप हो जाएगी। अभी प्रवक्ता व प्राचार्य आनलाइन पढ़ाई होने की बात तो कर रहे हैं। लेकिन चुनाव में ड्यूटी लगी तो आनलाइन कक्षाएं भी नहीं चल पाएंगी। कालेज के प्रवक्ताओं को पढ़ाई छोड़ ईवीएम की पहरेदारी करनी पड़ेगी।