हल्द्वानी : शिक्षा विभाग में तैनात माता-पिता बेटे को डाक्टर बनता हुआ देखना चाहते थे। इसलिए उन्होंने बेटे का दाखिला पुणे मेडिकल कालेज में कराया था। कुछ दिन बाद बेटे को पढ़ाई के लिए जाना था, मगर बेटे की मौत से माता-पिता के सपने टूट गए। रातभर जिस बेटे की तलाश की, सुबह उसकी मौत का पैगाम आया।
बेतालघाट सीआरसी में तैनात मनोज कुमार ने बताया कि उनका बेटा होनहार था। बेटे प्रियांशु के भविष्य को लेकर वह चिंतित थे। उसे पढ़ाई के लिए पुणे भेजना चाहा। शनिवार की रात बेटे के स्कूटी लेकर गायब होने पर माता-पिता व भाई रातभर परेशान रहे। उसकी तलाश में माता-पिता कई जगहों पर गए।
उसके दोस्तों को भी फोन किया, मगर सुबह आठ बजे मनोज के पास आए एक फोन ने उनके होश उड़ा दिए। फोन करने वाले ने बेटे का शव मिलने की जानकारी दी तो मनोज के पैरों तले जमीन खिसक गई। इसके बाद स्वजन पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे, जहां बेटे का शव देखकर पिता बेसुध हो गए। वहीं घर में मां को रोकर बुरा हाल है। प्रियांशु दो भाइयों में बड़ा था।
शीशमहल काठगोदाम निवासी 18 वर्षीय प्रियांशु पुत्र मनोज कुमार ने वर्ष 2020 में हल्द्वानी के सेंट थैरेसा स्कूल से इंटर पास किया। उसके पिता संकुल संसाधन केंद्र (सीआरसी) बेतालघाट में समन्वयक हैं। उन्होंने बताया कि कुछ समय पहले बेटे प्रियांशु को पुणे मेडिकल कालेज में एमबीबीएस में प्रवेश किया था। पांच लाख रुपये फीस जमा कर चुके थे। हालांकि बेटा अभी पढ़ाई के लिए कालेज नहीं गया था।