पिपलिया गोलीकांड : कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव अविनाश शर्मा व नीरज सोनी ने किया सरेंडर

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बाजपुर : ऊधमसिंह नगर के बाजपुर का पिपलिया गांव 26 अप्रैल की रात गोलीबारी से थर्रा उठाा था। घटना के दौरान करीब 50 राउंड फायरिंग हुई थी। इसमें 1 की मौत व तीन घायल हुए थे। इस बहुचर्चित गोलीकांड में मुख्य आरोपित कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव अविनाश शर्मा व नीरज सोनी ने दोराहा पुलिस चौकी में तीन अधिवक्तों की मौजूदगी में आत्मसमर्पण कर दिया।

पुलिस दोनों को गिरफ्तार कर कोतवाली ले आई है, जहां उनसे पूछताछ शुरू कर दी है। इससे पहले पुलिस सात लोगों को जेल भेज चुकी है और आज इन दोनों के पकड़े जाने के बाद गिरफ्तार आरोपितों की संख्या 9 हो गई है।

अविनाश शर्मा के बेटे विराट देवगन, हारकेवल सिंह व हरविंदर सिंह की गिरफ्तारी शेष है। अविनाश शर्मा के पकड़े जाने की जानकारी के बाद कोतवाली के बाहर उनके सैकड़ों समर्थकों की भीड़ जमा हो गई है। 

बताया जा रहा कि दोपहर के समय एसएसपी मंजूनाथ टीसी बाजपुर बाजपुर पहुंचकर मामले का पर्दाफाश करेंगे। फिलहाल कोतवाली गेट के बाहर समर्थकों की भीड़ जुटने से वहां गहमागहमी का माहौल बना है।

यह थी घटना

26 अप्रैल की रात पिपलिया में गोलीबारी में कुलवंत पुत्र सुखदेव निवासी बग्गी फार्म थाना मिलक खानम रामपुर उप्र की मृत्यु हो गई और कनिष्ठ ब्लाक प्रमुख तेजेंद्र उर्फ जंटु निवासी ग्राम खंबारी बाजपुर घायल हो गए थे। नेत्र प्रकाश शर्मा की तहरीर पर पुलिस ने अविनाश शर्मा निवासी केशोवाला व 10-12 अज्ञात लोगों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया था।

यह थी वजह

जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष अविनाश शर्मा व अन्य के द्वारा क्रशर कारोबारी नेत्र प्रकाश शर्मा से अवैध रूप से धन की मांग की जा रही थी। जिसे न देने पर आरोपितों ने नेत्र प्रकाश शर्मा पर सामाजिक रूप से पंचायत कर पैसे देने का दबाव बनाया था।

जब इसमें सफल न हो सके तो अविनाश शर्मा व अन्य के साथ मंगलवार की रात नेत्र प्रकाश शर्मा के घर पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। घर में घुसकर महिलाओं के साथ मारपीट भी की गई। शर्मा का 2009 से लेकर अब तक का आपराधिक इतिहास भी खंगाला गया है। उस पर छह मामले दर्ज हैं।

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