पीपीपी मोड पर चलेगी चीनी मिल, करीब चार सौ करोड़ का घाटा होने पर बंद की गई थी मिल

0
179

सितारगंज। दिसंबर 2017 से बंद पड़ी चीनी मिल को एक बार फिर से चालू किए जाने को लेकर कवायद शुरू हो गई है। पीपीपी मोड पर इस मिल का संचालन शुरू किए जाने को लेकर टेंडर निकाल दिया गया है। वही एक जुलाई को टेक्निकल व फाइनेंसियल बीड खोल आगामी सत्र से मिल में गन्ना की पेराई शुरू कर दी जाएगी। वही विधायक सौरव बहुगुणा के प्रयासों से मिल का संचालन पुण: शुरू होने से क्षेत्र व आसपास के किसानों में खुशी की लहर है। किसानों ने विधायक का आभार व्यक्त करते हुए मिल संचालन को लेकर लिए गए निर्णय का स्वागत किया ।

निविदा आंमत्रित

सरकार ने एक बार फिर मिल चलाने के लिए निविदा आंमत्रित कर दी है। चीनी मिल को पांच दिसम्बर 2017 को बंद कर कर्मचारियों को बीआरएस दे दिया गया था। इसके बाद इसको फिर से शुरु करने को लेकर कर्मचारी, किसान व जनप्रतिनिधियों की ओर काफी प्रदर्शन व आंदोलन किए गए। लेकिन निराशा छोड कुछ भी हासिल नहीं हुअा। लेकिन विधायक सौरभ बहुगुणा के प्रयासों ने एक बार फिर किसानों के चहरों पर खुशी बिखेर दी। मिल के फिर से शुरु होने से मानों जैसे पटरी से उतरी किसानों की गाड़ी फिर से पटरी पर आने लगी है।

घट गया था गन्ने का हेक्टेयर

वर्ष 1981 के दशक में चीनी मिल की स्थापना की गई थी। जिसमें आसपास के क्षेत्रों के अलावा दूरदराज के इलाकों से भी किसान अपना गन्ना लाया करते थे। वर्ष 2017 में पेराई सत्र शुरू होने से पूर्व मिल के संचालन पर प्रदेश सरकार की ओर से रोक लगा दी गई थी। मिल तीन दशकों में करीब 402 करोड़ के घाटे को पार कर चुकी थी। जिस पर सरकार ने मिल को पीपीपी मोड पर चलाने का फैसला लेते हुए बंद कर दिया था। इससे करीब 706 मिल कर्मी बेरोजगार हो गए थे। वहीं मिल बंद हो से गन्ने की कुल क्षेत्र फल जो आठ हजार हेक्टेयर हुआ करती थी, वह वर्तमान में घटकर मात्र पांच हजार हेक्टेयर रह गई है।

हजारों हो गए थे बेरोजगार

मिल के कर्मचारियों ने बताया कि सितारगंज के अलावा मेला घाट, नानकमत्ता, अमरिया, बरा, बरी, चोरगलिया, खटीमा, आदि क्षेत्रों से मिल में गन्ना लाया जाता था। मिल की प्रतिदिन 25 हजार क्विंटल गन्ने की पेराई क्षमता थी। मिल बंद होने से कर्मचारी बेरोजगार हो गए।

विधायक सौरभ बहुगुणा ने बताया कि चीनी मिल का टेंडर एक जून को हो गया है। 15 जून को मिटिंग के बाद एक जुलाई सुबह दस बजे टेक्िनकल बिड व शाम चार बजे फाइनेंसियल बिड खोली जागी।

LEAVE A REPLY