भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में पहले दिन पार्टी के विभिन्न कार्यक्रमों की समीक्षा व अग्रिम कार्यक्रमों पर विस्तार से चर्चा की गई। वहीं दूसरे दिन बुधवार को हुई कार्यसमिति क़ी बैठक में मुख्यमंत्री समेत कई कैबिनेट मंत्री शामिल हुए। इस दौरान कहा गया कि सांसद और विधायक कमजोर बूथों को मजबूत करने के लिए काम करेंगे।
ऐसे बूथों को चिह्नित करने समेत अन्य कार्य जुलाई तक पूरे होंगे। इसके साथ ही मिशन-2024 (लोकसभा चुनाव) को लेकर भी मंथन हुआ है। सफलता के लिए क्या-क्या कदम संगठनात्मक स्तर पर उठाए जाने हैं, उस पर भी विचार-विमर्श हुआ। सांसदों के पास सौ और विधायकों के पास 25 कमजोर बूथों की जिम्मेदारी होगी। बूथ को चिह्नित करते समय एक ही बूथ सांसद-विधायक के पास न हो, उस पर बातचीत हुई। इसके बाद हार के कारणों समेत अन्य पहलुओं को पता कर कार्य होगा।
लोकसभा चुनाव को लेकर लोकसभा प्रभारी, संयोजक, विस्तारक को तय कर जिम्मेदारी देने पर भी चर्चा हुई है। जिला प्रभारियों को विधानसभा स्तर और जिलाध्यक्ष को मंडल स्तर पर भेजे जाने की चर्चा हुई। मन की बात कार्यक्रम का विषय भी आया। इसमें मन की बात के जिला संयोजक के कार्य संतोषजनक न होने की बात सामने आई। इससे पूर्व सीएम पुष्कर सिंह धामी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
मंडल स्तर पर एक साथ निकाली जाएगी रैली