नैनीताल। कोरोना महामारी के दौरान बड़ी तादाद में युवाओं की नौकरी चली। दूसरे काम की तलाश में भी युवाओं को भटकना पड़ रहा है। ऐसे में आर्थिक संकट से गुजर रहे बेराजगार युवक ने फंदे से लटककर खुदकुशी कर ली। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
कोरोना महामारी के दौरान बीमार हुए लोग भले ही स्वस्थ हो गए हों, लेकिन नौकरी व रोजगार खोने वाले लोगों की मानसिक परेशानी कम नहीं हो रही है। नैनीताल रोड स्थित एक बड़े नेता के होटल में कार्यरत युवक शिवम खन्ना को रोजगार से हाथ धोना पड़ गया। कोरोना महामारी के चलते होटल कारोबार बंद हुआ तो कर्मचारियों को वेतन देने के बजाय लोगों ने नौकरी से निकाल देना ज्यादा आसान समझा। जिसकी कीमत लोगों ने गंभीर आर्थिक संकट झेलकर चुकाई। देवलचौड़ निवासी 30 वर्षीय शिवम सैलून में लंबे समय से कार्यरत था। जहां से मिलने वाले पैसे से ही वह अपने परिवार का खर्च चला रहा था।
नौकरी गई तो कई तरह की परेशानियां उठ खड़ी हुईं। जिससे युवक अक्सर परेशान रहने लगा। आए दिन वह अकेले ही बैठकर समय बिताने लगा। इसी बीच बीते तीन जुलाई को शाम करीब सात बजे उसने किराए के मकान में फांसी का फंदा लगा लिया। उसका शव संदिग्ध हालत में फंदे पर लटकता हुआ मिला। सूचना पर ट्रांसपोर्ट नगर पुलिस चौकी शव को नीचे उतरवाया। पंचनामा के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। मेडिकल कॉलेज पुलिस चौकी प्रभारी मनवर सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजनों को सौंप दिया गया।