हल्द्वानी। ब्लैक फंगस से निजात दिलाने के लिए एंफोटेरिसिन-बी इंजेक्शन का उत्पादन कर रही वीएचबी इंटरनेशनल कंपनी दूसरा बैच भी तैयार करेगी। दूसरे चरण के लिए रॉ मैटेरियल गुजरात से वेंडर कंपनी उपलब्ध कराएगी। अभी तक कंपनी यह इंजेक्शन एक्सपोर्ट कर रही थी। फिलहाल पहले बैच के लिए तैयार हो रहे 10 हजार वॉयल घरेलू बाजार के लिए ही होंगे।
ब्लैक फंगस बीमारी से संक्रमित मरीजों के मिलने के बाद राज्य सरकार अलर्ट है। इसी के तहत सिडकुल रुद्रपुर की वीएचबी इंटरनेशनल फार्मा कंपनी ने आर्डर मिलने के बाद 10 हजार एंफोटेरिसिन-बी इंजेक्शन का उत्पादन शुरू कर दिया है। 27 मई को पहली खेप उपलब्ध भी हो जाएगी। इसे लेकर ड्रग विभाग के अधिकारी कड़ी नजर रखे हैं। विभाग के मुताबिक 10 हजार इंजेक्शन उपलब्ध हो जाने पर इनकी बिङ्क्षलग यदि सरकार करेगी तो वितरण सरकारी स्तर पर होगा। अभी तक यह फार्मा कंपनी इंजेक्शन का उत्पादन कर एक्सपोर्ट कर रही है। मांग के मुताबिक कंपनी उत्पादन भी बढ़ाएगी।
सुधीर कुमार, सीनियर ड्रग इंस्पेक्टर ऊधम सिंह नगर ने बताया कि एंफोटेरिसिन-बी इंजेक्शन का उत्पादन कर रही वीचबी इंटरनेशनल कंपनी की तरफ से दूसरे बैच के लिए भी उत्पादन की प्रक्रिया भी गतिमान है। इसके लिए रॉ-मैटेरियल बाहर से आने के कारण उत्पादन में पहले बैच के बाद कुछ समय का अंतर हो सकता है। विभाग इंजेक्शन के उत्पादन व वितरण पर पूरी नजर रखेगा। ताकि घरेलू बाजार में इसकी कालाबाजारी न हो सके।