रानीखेत/गरमपानी : राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय स्यालीखेत में बच्चों के यौन उत्पीडऩ व आरोपित शिक्षक को निलंबित किए जाने के बाद फिर हंगामा हो गया। उसी विद्यालय में तैनात शिक्षिका के कमरे में घुस एक अभिभावक ने अभद्रता कर दी। आरोप है कि हाथापाई का प्रयास करते हुए जान से मारने की धमकी दी। सूचना पर तहसीलदार निशा रानी मौके पर पहुंची। मकान मालिक व ग्रामीणों से पूछताछ के बाद अभद्रता करने वाले अभिभावक को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।
बेतालघाट से सटे उच्चतर माध्यमिक विद्यालय स्यालीखेत (ताड़ीखेत ब्लाक) में तैनात शिक्षक ऐवरन ङ्क्षसह गंगवार पर पाक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज होने के बाद अपर निदेशक कुमाऊं ने उसे निलंबित कर दिया था। वहीं गठित समिति के मुखिया जिला शिक्षाधिकारी सत्य नारायण ने विभागीय जांच शुरू कर दी है। इधर छुट्टी पर चल रहे आरोपित शिक्षक की धरपकड़ के प्रयासों के बीच रविवार को एक और विवाद ने तूल पकड़ लिया।
आरोप है कि यौन शोषण से पीडि़त बच्चे का पिता स्यालीखेत में तैनात एक शिक्षिका के तिपौला गांव स्थित किराए के कमरे में जा धमका। अभद्रता करते हुए धमकी दी और डेढ़ वर्षीय पुत्री को भी डराया धमकाया। शिक्षिका ने प्रधानाचार्य को पूरा घटनाक्रम बताया। मौके पर पहुंचीं तहसीलदार निशा रानी के अनुसार पीडि़त शिक्षिका की ओर से तहरीर दिए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
प्रधानाचार्य वेदप्रकाश दीक्षित ने बताया कि यह अविश्वसनीय घटना है। हम सभी बच्चों को मोटिवेट करने में लगे हैं कि पढा़ई में मन लगाएं। भविष्य की सोचें। आरोपित शिक्षक का निलंबन हो चुका है। उसने वाकई घिनौना कृत्य किया है तो उसे कानून सजा देगा। पुलिस अपना काम कर भी रही है। पूरा विद्यालय व शिक्षिकाएं अभिभावकों के साथ हैं। लेकिन शिक्षिका के घर में जाकर अभद्रता, हाथापाई की कोशिश करना गंभीर अपराध है। शिक्षिकाओं को इस बारे में कैसे पता होगा।