रामनगर। पीपीपी मोड पर चल रहे संयुक्त चिकित्सालय को कोरोना मरीजों के उपचार के लिए कोविड हॉस्पिटल बनाने के लिए मुख्यमंत्री गंभीर हैं। अतिरिक्त आईसीयू व वेंटिलेटर के लिए मुख्यमंत्री ने एक करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की है। रामनगर में कोविड मरीजों का उपचार संयुक्त चिकित्सालय में ही करने के लिए पूर्व में लोगों ने मांग की थी। विधायक दीवान सिंह बिष्ट भी इसके लिए प्रयासरत थे। यही वजह रही कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने संयुक्त चिकित्सालय को कोविड हॉस्पिटल बनाने के लिए ढाई करोड़ रुपये स्वीकृत किए थे। इस पैसे से चिकित्सालय में सबसे पहले दो ऑक्सीजन प्लांट बनाने व ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए चिकित्सालय में पाइप लाइन बिछाने तथा 70 बैड लगाए जाने हैं। इसके बाद उसे कोविड हॉस्पिटल की अनुमति मिल जाएगी। पीपीपी मोड में चल रहे चिकित्सालय में मौजूदा समय में आईसीयू व पांच वैंटीलेटर है। अतिरिक्त आईसीयू, वैंटीलेटर व अन्य संसाधन मुहैया कराने के लिए मुख्यमंत्री ने एक करोड़ रुपये की धनराशि दी है। इसके अलावा रामनगर विधायक दीवान सिंह बिष्ट ने भी अपनी निधि से 50 लाख रुपये की धनराशि दी है। विधायक बिष्ट ने बताया कि कोविड हॉस्पिटल बनाने के लिए पैसे की दिक्कत नहीं आएगी। मुख्यमंत्री ने जरूरत पडऩे पर और भी धनराशि दिए जाने का आश्वासन दिया है।
जल्द शुरू हो जाएगा प्लांट
अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट का काम सोमवार शुरू हो गया है। ऑक्सीजन प्लांट, ऑक्सीजन लाइन व बेड लगने के बाद ही शासन से कोविड हॉस्पिटल के लिए अनुमति दी जाएगी। इसके बाद कोविद मरीजों का उपचार होगा। विधायक के अनुसार बीते गुरुवार को प्लांट लगाने के लिए धनराशि स्वीकृत हुई है।