रामनगर। कोविड जैसी महामारी में लापरवाही का एक मामला सामने आया है। कोरोना जांच के लिए रामनगर से भेजे गए करीब दो सौ सैंपल गायब हो गए हैं। सैंपल लैब में पहुंचे भी या नहीं इस बारे में कोई बताने को तैयार नहीं है। ऐसे में जिनके सैंपल गायब हुए हैं, उनके संक्रमित होने की संभावना से संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है।
बीते 26 अप्रैल को स्थानीय लोगों के अलावा प्रवासी लोगों समेत करीब दो सौ ने की कोरोना की जांच के लिए सैंपल दिए थे। 26 अप्रैल को लिए गए सैंपल को कोविड कार्यालय रामनगर से कर्मचारी द्वारा से हल्द्वानी ले जाकर बेस हॉस्पिटल में रिसीव कराया गया। रामनगर के सेंपल की रिपोर्ट हल्द्वानी मेडिकल कालेज या मुक्तेश्वर में स्थित लैब से आती है। दो हफ्ते तक कोरोना जांच का इंतजार किया जाता रहा। वहीं जिनके सैंपल लिए गए थे वह भी रोजाना अपनी जांच रिपोर्ट को लेकर कोविड कार्यालय रामनगर में पूछताछ के लिए चक्कर मार रहे थे।
जब कोविड अधिकारी कौशिक ने भेजी गई जांच रिपोर्ट को लेकर जानकारी ली तो सैंपल को लेकर कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दे सका। कोरोना जांच के लिए सैंपल लैब में पहुंचे या वह बेस हॉस्पिटल से ही आगे नहीं भेजे गए। इस बारे में कोई भी जवाब नहीं दे पाया। अब इन सैंपल को गायब मान लिया गया है। जिनके सैंपल भेजे गए थे यदि उसमें से कुछ संक्रमित रहे होंगे तो उनसे अब कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका है।
प्रशांत कौशिक, नोडल अधिकारी कोविड ने बताया कि दो सौ के करीब सैंपल हल्द्वानी बेस में रिसीव कराए थे। उसके बाद से सैंपल कहां गए इस बारे में अब तक कुछ पता नहीं चल पाया है। विभागीय अधिकारियों को इस संबंध में अवगत भी करा दिया गया है। कुछ लोगों ने दोबारा आकर अपने सैंपल जांच के लिए दिए हैं।