हल्द्वानी। परिवहन निगम के लिए बसों का संचालन घाटे का सौदा साबित हो रहा है। दूसरे दिन भी नाम मात्र यात्रियों की वजह से निगम के कर्मचारियों में मायूसी छायी रहीं। पूरे दिन स्टेशन से निकली 37 बसों में मात्र 396 यात्रियों ने ही सफर किया। ऐसे में बसों का डीजल का खर्च निकालना तक मुश्किल हो रहा है। इससे रोडवेज प्रशासन के सामने दुविधा पैदा हो गई है। कैबिनेट के सार्वजनिक क्षेत्र के वाहनों का किराया दोगुना करने के फैसले के बाद परिवहन निगम ने गुरुवार से बसों का संचालन शुरू किया। दो दिनों तक रूटों पर जाने वाली रोडवेज बसों व समय की सूचनाएं मीडिया में प्रसारित होने के बाद भी पहले दिन नाम मात्र यात्री ही सफर के लिए आए। परिवहन विभाग के अफसरों को धीरे-धीरे यात्रियों के निकलने से बसों का संचालन पटरी में आने की उम्मीद है। यात्रियों के हिसाब से ही बसों की संख्या घटाने व बढ़ाने का फैसला लिया जा रहा है। वहीं दूसरे दिन रोडवेज ने 13 रूटों पर 37 बसें दौड़ीं। कुल 396 यात्रियों के ही सफर करने से दूसरे दिन भी परिवहन निगम डीजल खर्च तक नहीं निकल पाया। बागेश्वर व चनौती के लिए मात्र दो-दो यात्रियों में बसों को भेजना पड़ा।
संचालित बसें यात्रियों की संख्या
नैनीताल 10 110
पिथौरागढ़ 01 17
बागेश्वर 01 02
टनकपुर 05 63
रुद्रपुर 07 72
अल्मोड़ा 01 12
रानीखेत 01 07
दूनागिरी 01 17
रामनगर 04 42
काशीपुर 03 39
किच्छा 01 10
जंगलियागाव 01 03
चनौती 01 02
(नोट: हल्द्वानी स्टेशन से कुमाऊं के विभिन्न स्टेशनों को संचालित बसें)