शिक्षा व स्वच्छता के क्षेत्र में विद्या महतोलिया को तीलू रौतेली पुरस्कार

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हल्द्वानी : स्वच्छता की अलख जगाने वाली विद्या महतोलिया को तीलू रौतेली पुरस्कार 2022 के लिए चयनित किया गया है। शिक्षा व स्वच्छता के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए उन्हें यह सम्मान दिया जाएगा। स्नातक की पढ़ाई के बाद शादी होते ही सामाजिक मुद्दों पर मुखर हुईं और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। 26 वर्ष के समर्पण ने तीलू रौतेली सम्मान के लायक बना दिया।

धौलादेवी ब्लाक में जन्मीं विद्या की ससुराल पहाड़पानी में
अल्मोड़ा जिले के धौलादेवी ब्लाक में जन्मीं विद्या की ससुराल पहाड़पानी में है। पहाड़पानी में शराबबंदी के विरूद्ध आवाज उठाई। 1997 में बच्चों की शिक्षा के लिए हल्द्वानी आ गईं। तभी से सामाजिक कार्यों में जुटी रहीं। शुरुआत में हल्द्वानी में ब्लड बैंक की स्थापना के लिए आवाज उठाई। 2000 में प्रौढ़ शिक्षा केंद्र शुरू किया। सामाजिक मुद्दों पर कविताएं रची।

2003 में सौहार्द जन सेवा समिति शुरू की
अपने काम को मुकाम देने के लिए 2003 में सौहार्द जन सेवा समिति शुरू की। जरूरतमंदों तक मदद पहुंचाई। महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए सिलाई प्रशिक्षण केंद्र शुरू किया। 2012 में स्वच्छता की मुहिम शुरू हुई।

तीलू रौतेली सम्मान बेहतर करने के लिए करेगा प्रेरित
स्वच्छता के प्रति कर्मठता को उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल किया गया। सेवा, समर्पण का सिलसिला आज भी जारी है। विद्या महतोलिया ने कहा कि तीलू रौतेली सम्मान उन्हें आगे और समर्पित होकर काम करने के लिए प्रेरित करेगा।

बेटी की शादी के बाद किया पीजी
56 वर्षीय विद्या महतोलिया के तीन बच्चे हैं। बेटी की शादी के बाद पहले समाजशास्त्र से परास्नातक, फिर एमएसडब्ल्यू किया। दोनों बेटों को बीटेक कराया। एक बेटा दिल्ली में कंपनी में कार्यरत है। दूसरा खुद का काम करता है। पति राजेंद्र महतोलिया शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त हैं।

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