नैनीताल। सचिव कार्मिक अरविंद ह्यांकी ने सूखाताल के जीर्णोद्धार और टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किये जाने के लिए कराए जा रहे निर्माण कार्यो में तेजी लाने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य महज कंक्रीट न लगे, इस तरह निर्माण कार्य किया जाए जिसमें गुणवत्ता के साथ ही झील का आकर्षक लुक भी सामने आए।
शनिवार को अरविंद ह्यांकी ने सूखाताल झील का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने झील के जीर्णोद्धार के लिए अब तक कराए गए कार्यों की समीक्षा भी की। साथ ही अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जल संस्थान द्वारा झील के पानी को स्वच्छ रखने के लिए रिसाइकल करने की व्यवस्था की जाए। जिससे झील में एकत्र पानी मे गंदगी ना हो पाए साथ ही झील तक पानी पहुंचाने वाले नालों में साफ-सफाई के साथ ही ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त किया जाए। उन्होंने झील किनारे बनाए जा रहे पाथवे में लोहे की रेलिंग लगाने पर नाराजगी जताई। कहा कि झील को इस तरह से विकसित किया जाए कि वह आकर्षक के साथ ही प्राकृतिक सौंदर्य रूपी लगे। लोहे की रेलिंग के स्थान पर पत्थरों की आकर्षक बाउंड्री बनाई जा सकती है। पाथवे के किनारे आकर्षक फूल लगाने, ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त करने, झील किनारे कराए जा रहे दुकानों के निर्माण कार्यो में तेजी लाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने बताया कि जल्द झील का जीर्णोद्धार कार्य पूरा करवा लिया जाएगा।
सूखा ताल को टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाने के लिए केएमवीएन के रोपवे, केव गार्डन और अन्य पर्यटन स्थलों के साथ लिंक कर पर्यटकों के लिए एक पैकेज तैयार किया जाएगा। निरीक्षण के दौरान डीएम धीराज गर्ब्याल, अपर आयुक्त प्रकाश चंद्र, केएमवीएन एमडी नरेंद्र सिंह भंडारी, प्राधिकरण सचिव पंकज उपाध्याय, जिला पर्यटन अधिकारी अरविंद गौड़, अधिशासी अधिकारी अशोक वर्मा, जल संस्थान अधिशासी अभियंता संतोष उपाध्याय, भाजपा मंडल अध्यक्ष आनंद बिष्ट, मनोज जोशी समेत तमाम अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।