रामनगर: रामनगर के शहीद स्मारक पार्क पर वंदे मातरम संगठन और पहाड़ संघर्ष समिति के बैनर तले युवाओं ने उत्तराखंड में सशक्त भू कानून की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। सभा के दौरान राज्य आंदोलनकारी प्रभात ध्यानी ने कहा कि सरकार को चाहिए कि उत्तराखंड में जो भी योजना बने वह स्थानीय लोगों को विश्वास में लेकर बने। हमारी जमीनों पर पहला हक हमारे राज्य के लोगों का होना चाहिए है।
पहाड़ संघर्ष समिति के तेजेश्वर घुघत्याल ने कहा कि हम सभी युवाओं को आज उत्तराखंड को बचाने को लेकर एकजुट होना है। हम मांग है कि उत्तराखंड में आर्टिकल 371 मूल निवास 1950 और इनर लाइन परमिट सिस्टम लागू हो। जिससे उत्तराखंड सुरक्षित रहे। अधिवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि सरकार राज्य में रोजगार को लेकर ध्यान नहीं दे रही। पहाड़ी राज्य के लिए सरकार के पास कोई नीति नहीं है । उत्तराखंड में सशक्त भू कानन बने।
वक्ताओं का कहना था कि यहां के उद्योगों में स्थानीय निवासियों का पहला हक होना चाहिए। उत्तराखंड में कोई भी उद्योग अगर लगता है तो उस पर यहां के लोगों का ही मालिकाना हक है। वंदे मातरम संगठन के अध्यक्ष शैलेंद्र सिंह ने कहा कि भू कानून के साथ साथ ही हमारी अन्य मांगों पर सरकार को विचार करना चाहिए। अगर सरकार ऐसा नहीं करती है, तो हम आने वाले समय मैं व्यापक स्तर पर इसका विरोध करेंगे।
इस दौरान सुरेंद्र हालसी, पूर्व सैनिक भुवन डंगवाल, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रविंद्र सिंह रौतेला, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रविंद्र सिंह रौतेला, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष जितेंद्र रावत पूर्व सैनिक मंगल सिंह बिष्ट राहुल बिष्ट, संजय नेगी अंश रावत, रोहित नेगी संतोष पैन्यूली, सुमित रावत, विशाल चौधरी, दिनेश बिष्ट मौजूद रहे।