हल्द्वानी : 18 व 19 अक्टूबर की अतिवृष्टि में ध्वस्त हुआ गौलापार बाइपास पुल की एप्रोच रोड का हिस्सा जोड़ दिया गया है। रविवार 7 नवंबर से बड़े वाहनों के लिए सड़क खोल दी जाएगी। एनएचएआइ ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है। उपखनिज से भरान के बाद सड़क पर डामर कर दिया है। सुरक्षा के लिहाज से दोनों तरफ दीवार तैयार की गई है। दीवाली के दूसरे दिन शुक्रवार से हल्के वाहनों का आवागमन शुरू हो गया था। पुल से गाडिय़ों का आवागमन शुरू होने से गौलापार क्षेत्र की बड़ी आबादी ने राहत महसूस की है। गौलापार वासियों को हल्द्वानी शहर आने के लिए 16 किमी घूमकर काठगोदाम के रास्ते शहर आना पड़ रहा था।
दो बार सड़क देखने पहुंचे थे सीएम धामी
लगातार दो दिनों तक हुई बारिश की वजह से 19 अक्टूबर की सुबह इंदिरानगर स्थित गौला बाइपास को पुल को जोडऩे वाली एप्रोच सड़क बह गई थी। 12 मीटर चौड़ी सड़क का करीब 30 मीटर हिस्सा गौला में बह गया था। इसे गंभीरता से लेते हुए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने दो बार पुल का जायजा लेकर सड़क 10 दिन में खोलने के निर्देश दिए थे। सांसद अजय भट्ट व कुमाऊं कमिश्नर सुशील कुमार भी मरम्मत कार्य की निरंतर फीड बैक ले रहे थे।
तीन नवंबर को शुरू हुई थी पैदल आवाजाही
एनएचएआइ दिनरात काम में जुटा रहा। उपखनिज का भरान करने के बाद तीन नवंबर को सड़क पैदल आवाजाही के लिए खोल दी थी। हालांकि दोपहिया वाहन चालक भी आवागमन करने लगे थे। डीएम धीराज गब्र्याल ने बताया कि सात नवंबर से सड़क बड़े वाहनों के लिए भी खुल जाएगी। एनएचएआइ के परियोजना निदेशक पीडी शर्मा ने बताया कि पांच दिन तक एप्रोच रोड को निगरानी की जाएगी।