रामनगर : पुलिस चौकी के पीछे जीआइसी के सरकार आवास में भाष्कर की दोस्तों ने जिस तरह गला घोंटकर हत्या कर दी, उसने हर किसी को चौंका दिया है। परिवार भी दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
मृतक भाष्कर की मां मंजू पांडे ने पिछले साल ही करंट लगने के दौरान अपने पति को खो चुकी थी और अब जवान बेटे की मौत उन्हें ताउम्र न भूलने वाला गम दे गई।
‘मैंने उसे फोन किया कि बेटा स्कूटी लेकर घर आ जा’
मंजू पांडे का कहना था कि रविवार को बेटा घर नहीं पहुंचा तो मैंने उसे फोन किया कि बेटा स्कूटी लेकर घर आ जा। कल बड़े भाई उमेश चंद्र पांडे को स्कूटी से पहाड़ जाना है। बेटे ने समय पर स्कूटी लेकर आने की बात कही। मगर रात भर वह नहीं आया और सोमवार सुबह उसकी हत्या की दुखद खबर घर पहुंची।
रात में भाष्कर मां के फोन के बाद अपने घर जाने के लिए दोस्त अवधेश से अपनी स्कूटी की चाबी मांगता रहा, लेकिन अवधेश ने घर जाने के लिए उसे उसकी स्कूटी की चाबी नहीं दी, जिसके लिए उसे अपनी जान गंवानी पड़ी।
‘मेरे बेटे के शव का पोस्टमार्टम मत करना’
इधर, बेटे की हत्या की सूचना पाकर घटनास्थल पहुंची मंजू कमरे में पड़े बेटे के शव की एक झलक देखने के लिए बाहर खड़ी होकर बेटे को याद करती रही। हर आने जाने वाले से कहती रही कि मेरे बेटे के शव का पोस्टमार्टम मत करना, उसे तकलीफ होगी।
कोतवाल अरुण सैनी उन्हें ढांढस बंधाते रहे। मगर मां की चीत्कार से वहां मौजूद हर किसी की आंखें नम हो गई। आसपास के लोगों ने बताया कि अक्सर क्लर्क के कमरे में यह सब चलता रहता है। लोग कमरे में आते-जाते हैं। इसलिए शोर शराबा सुनना हमारे लिए हर रोज की आदत बन गई है। क्लर्क अकेला ही रहता है।
कौशल पर 12 मुकदमे दर्ज
हत्यारोपित लखनपुर निवासी कौशल चिलवाल पुत्र राजेंद्र सिंह अपराधी की राह पर चल पड़ा था। पुलिस ने बताया कि आरोपित पर लड़ाई झगड़े के 12 मुकदमे कोतवाली में दर्ज हैं। निलंबन की होगी कार्रवाईखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में तैनात हत्यारोपित क्लर्क अवधेश को सस्पेंड किया जाएगा।
खंड शिक्षा अधिकारी तारा चंद ने बताया कि उन्हें कार्यालय के प्रशासनिक अधिकारी से क्लर्क की जानकारी मिली है। मंगलवार को जैसे ही कोतवाली से मुकदमे की कापी मिलेगी, क्लर्क अवधेश के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई के लिए रिपोर्ट अधिकारियों भेज दी जाएगी।