नैनीताल के समीपवर्ती क्षेत्र के एक इंटर कॉलेज में जब कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत अचानक पहुंचे तो अध्यापकों में हड़कंप मच गया। स्कूल की व्यवस्थाएं जांचने के बाद दीपक रावत ने बच्चों के साथ मध्याह्न भोजन किया। साथ ही बच्चों से बातचीत की। इसके अलावा विद्यालय की समस्याओं के विषय में भी जाना।
बता दें कि, कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत के काम करने का तरीका अन्य अधिकारियों से हमेशा अलग रहा है। वह क्षेत्र में अव्यवस्थाएं व अनियमितताएं देखने के लिए बिना सूचना के कभी भी कहीं भी निरीक्षण के लिए पहुंच जाते हैं।
ऐसा ही उन्होंने बीते सप्ताह किया था। जब वह नैनीताल से घूमते हुए अचानक भूमियाधार क्षेत्र के एक इंटर कॉलेज में जा पहुंचे। मध्याह्न भोजन के समय दीपक रावत इंटर कॉलेज में पहुंचे तो वहां तैनात शिक्षकों में हड़कंप मच गया। उन्होंने बच्चों को मध्याह्न भोजन के लिए बैठे देखा तो वह भी बच्चों के साथ मध्याह्न भोजन के लिए बैठ गए। इस दौरान भोजन माता की ओर से उनको मध्याह्न भोजन परोसा गया।
भोजन करते हुए कुमाऊं कमिश्नर ने छात्रा-छात्राओं से वार्ता कर स्कूल की समस्याओं व मध्याह्न भोजन की जानकारी ली। इस दौरान छात्र-छात्राओं ने उनसे जमकर बातें की। उन्होंने मध्याह्न भोजन की तारीफ करते हुए भोजन माता से बच्चों को ऐसा ही भोजन खिलाने की अपील की।
वहीं उन्होंने एक कक्षा में पहुंचकर अध्यापकों के सामने ही बच्चों से सिलेबस से संबंधित कई सवाल पूछे। साथ ही अध्यापकों को बच्चों की पढ़ाई में ध्यान देने के भी निर्देश दिए।
इस दौरान उन्होंने स्कूल के अध्यापकों व अन्य स्टाफ से भी स्कूल की समस्या के विषय मे जाना। अध्यापकों की ओर से उनसे स्कूल में कक्षा के लिए एक भवन निर्माण की मांग की गई। जिस पर उनकी ओर से अधिकारियों से वार्ता कर भवन निर्माण का आश्वासन भी दिया गया।