हल्द्वानी। हरिद्वार कुंभ के दौरान कथित तौर पर अरबों रुपए के घोटाले की जांच की मांग सीबीआई से कराने के लिए यूकेडी नेता धरना दे रहे हैं। उन्होंने कहा है कि एसआईटी से जांच करवा कर मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है। ऐसे में सीबीआई जांच से दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
हरिद्वार महाकुंभ के दौरान विभिन्न संस्थाओं ने स्थाई और अस्थाई निर्माण किए थे। जिसमें कई तरह से फर्जीवाड़े के आरोप विभिन्न दलों द्वारा लगाए जा रहे हैं। ऐसे में उत्तराखंड क्रांति दल के पूर्व केंद्रीय महामंत्री सुशील उनियाल नवाबी रोड स्थित अपने आवास पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। बुधवार को धरना प्रदर्शन के दूसरे दिन उन्होंने कुंभ के दौरान हुए कथित फर्जीवाड़े की जांच के नाम पर मामले को दबाने का आरोप लगाया है। पूर्व केंद्रीय महामंत्री ने कहा है कि हरिद्वार में हुए कुंभ 2021 के दौरान कोरोना की टेस्टिंग घोटाला, फर्जी कोरोना रिपोर्ट, वैक्सीनेशन के नाम पर किए गए फर्जीवाड़े, स्वच्छ गंगा अभियान आदमी अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध है।
जिसमें एसआईटी जांच कर मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। महामारी काल में जनता भूख, प्यास, बीमारी बेरोजगारी आदि से लड़ रही है। लेकिन प्रदेश के जिम्मेदार अधिकारी और नेता घोटालेबाजी करके जनता की गाढ़ी कमाई के अरबों रुपए लुटा रहे हैं। इसलिए घोटाले में लिप्त जिम्मेदार अधिकारियों और नेताओं पर देशद्रोह का मामला दर्ज होना चाहिए। जांच से पहले कुंभ के घोटालेबाज अधिकारियों को निलंबित करने की भी मांग की है।