हल्द्वानी। दवाओं की कालाबाजारी की शिकायत पर पुलिस और ड्रग स्पेक्टर ने निजी अस्पताल के मेडिकल स्टोर में छापेमारी की। आधी रात को हुई कार्रवाई के बाद अस्पताल प्रबंधन में हड़कंप की स्थिति बन गई।
मुखानी थाना क्षेत्र स्थित निजी अस्पताल में रेमडेसिविर के कालाबाजारी की शिकायत प्राप्त हुई थी। ऐसे में मुखानी थानाध्यक्ष सुशील कुमार व ड्रग इंस्पेक्टर मीनाक्षी बिष्ट ने संयुक्त टीम बनाकर सोमवार रात 11 बजे अस्पताल का निरीक्षण किया। अस्पताल के शोर बेली मेडिकल स्टोर पर निरीक्षण के दौरान रेमडेसिविर बेचने की पुष्टि हुई, लेकिन उसका बिल नहीं बनाया गया था।
ऐसे में संचालक का कहना है कि एक व्यक्ति जल्दबाजी में आया और इंजेक्शन लेकर चला गया। जिस कारण वह जल्दबाजी में बिल नहीं बना सके। जबकि पुलिस का कहना है कि रेमडेसिविर की बिक्री बिना किसी डॉक्टरी सलाह के की गई थी। साथ ही इंजेक्शन या किसी भी दवा की बिक्री के लिए डॉक्टर का पर्चा होना आवश्यक है।
एसओ सुशील कुमार ने बताया कि मौके पर मिले डॉक्यूमेंट को सील कर दिया गया है। इसी के साथ मेडिकल स्टोर के लाइसेंस निलंबन की संस्तुति भी की गई है। थानाध्यक्ष मुखानी सुशील कुमार ने बताया कि मेडिकल स्टोर का लाइसेंस बीना बिष्ट के नाम से है। लेकिन मौके पर उसका पति राजेंद्र बिष्ट मौजूद था। जब कि दवा देने के लिए फॉर्मासिस्ट का होना आवश्यक है।