नैनीताल। उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन से जुड़े रोडवेजकर्मियों की हड़ताल का आज दूसरा दिन है। मगर बसों का संचालन ज्यादा प्रभावित नहीं हुआ। जिसकी वजह अन्य चार कर्मचारी संगठनों का ड्यूटी पर जुटना है। वहीं, पीक सीजन नहीं होने के कारण भी परिवहन निगम के अफसरों को बसों का संचालन करवाने में ज्यादा दिक्कत नहीं आ रही। रोडवेज संगठनों की आपसी राजनीति का फायदा निगम को हो रहा है।
उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन ने बुधवार को अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है। एसीपी की रिकवरी के नाम पर उत्पीडन बंद करने, लंबित वेतन का जल्द भुगतान करने, ड्यूटी रेस्ट की व्यवस्था पूर्व की भांति करने और लंबे समय से रोडवेज में कार्यरत कर्मचारियों को नियमित करने आदि मांगों को लेकर यह यूनियन मुखर है।
वहीं, यूनियन पदाधिकारियों का कहना है कि कार्य बहिष्कार के कारण बसों का संचालन खासा प्रभावित हो रहा है। मगर रोडवेज अफसर इसे नकार रहे हैं। दरअसल, उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन भले विरोध में उतर आई हो, लेकिन अन्य संगठनों से जुड़े कर्मचारी काम पर जुटे हैं। रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद, रोडवेज कर्मचारी संघ, सीटू, रोडवेज कर्मचारी इंप्लाइज यूनियन व एससी-एसटी कर्मचारी संघ संचालन में जुटा हुआ हैं। और कर्मचारियों संगठनों की इसी आपसी फूट का फायदा अफसरों को मिल रहा है। काठगोदाम डिपो के मुताबिक सुबह दस बजे तक चार बसें दिल्ली रूट पर भेजी गई थी।
दोपहर में होगी वार्ता
उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कमल पपनै ने बताया कि दोपहर में निगम के एमडी संग यूनियन का प्रतिनिधिमंडल वार्ता करेगा। उम्मीद है कि बैठक के बाद हल निकल जाए।