हल्द्वानी: वन विभाग ने दो लोगों की जान लेने वाले बाघ की तलाश अब ड्रोन से भी शुरू कर दी है। हाथियों के माध्यम से भी पिछले कई दिनों से भी बाघ की तलाश जारी है, हालांकि अब तक उसकी लोकेशन नहीं मिल पाई है। फतेहपुर रेंज में एक बाघ ने 17 जनवरी को बजूनियाहल्दू कठघरिया निवासी नत्थू लाल (48 ) और 21 फरवरी को पनियाली निवासी जानकी देवी (50 वर्ष) पत्नी श्याम सिंह को उनके घर के पास के जंगल में अपना शिकार बनाया था।
बाघ की तलाश में वन विभाग ने फतेहपुर रेंज में 50 सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं, जिनमें सिर्फ एक बार ही बाघ दिखाई दिया। बाघ की तलाश में वन विभाग ने हाथियों की मदद से 15 मार्च से जंगलों में गश्त शुरू की थी। हाथी की पीठ पर बैठक कर वन विभाग के डॉक्टर व वन कर्मचारियों ने फतेहपुर रेंज के जंगलों के चक्कर काटे, लेकिन बाघ कहीं नहीं दिखा। इस पर अब वन विभाग की टीम ने ड्रोन के जरिए बाघ की लोकेशन लेनी शुरू कर दी है।
हालांकि अभी तक बाघ कहीं नहीं दिखा है। उधर हाथियों से गश्त भी जारी है। फतेहपुर रेंज के रेंजर केआर आर्या का कहना है कि बाघ ने दो लोगों की जान ली है ऐसे में उसकी लोकेशन लेकर ट्रेंकुलाइज करने की योजना है।