लालकुआँ के निकट मोटाहल्दू के गौला निकासी गेट के समीप बसे मजदूरों की लगभग सौ झोपड़ियों में भीषण आग लग गई , स्थानीय लोगों के मुताबिक 100 से अधिक झोपड़ियाँ जलकर राख हो गई, जब तक आग पर काबू पाया जाता तब तक लपटें धीरे-धीरे आसपास की झोपड़ियों को अपने आगोश में ले चुकी थी ।
बताया जा रहा है कि मजदूरों का झोपड़ियों में रखा सारा सामान जलकर राख हो चुका है, घटना की जानकारी मिलने के बाद फायर बिग्रेड मौके पर एक घंटे लेट पहुंची वही स्थानीय लोगों ने लोकल पानी टैंकर की मदद से आग बुझाने का प्रयास किया। सूचना के बाद मौके पर लालकुआँ कोतवाली पुलिस भी पहुंच गई है। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नही चल पाया है । गौला नदी में मजदूरी कर इन झोपड़ियों में रात बिताने वाले मजदूरों का आशियाना उनकी आंखों के सामने जलकर राख हो गया और वह कुछ नही कर पाए।आपको बता दें गौला मजदूरों की झोपड़ियों में गर्मी का सीजन आते ही आग लगने की घटनाएं सामने आती हैं। मजदूर कल्याण के नाम पर विभाग द्वारा कोई सहायता नहीं दी जाती है जिससे आग लगने वाली घटनाओ पर अंकुश लगाया जा सक। वहिं मौके पर पहुँचे विधायक नवीन दुम्का ने शासन व वन निगम के अधिकारियों से वार्ता कर मजदूरों की खाने पीने की वयवस्था करवाई।व मजदूरों से मिलकर उन्हें हर संभव मदद दिलाने की बात कही है।