हल्द्वानी। संवाददाता। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को 2019 के लिए राष्ट्रपति भवन में अंतरराष्ट्रीय छायाकार अनूप साह को पद्मश्री प्रदान किया। यह सम्मान उन्हें फोटोग्राफी और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिये प्रदान किया गया है।
प्रतिष्ठित सम्मान के लिए चुने गए फोटोग्राफर अनूप शाह का पूरा जीवन पर्वतारोहण, पर्यावरण संरक्षण और फोटोग्राफी के लिए समर्पित रहा है। 350 से ज्यादा उनके फोटोग्राफ्स को पुरस्कार मिल चुका है, जबकि 3500 से ज्यादा फोटोग्राफ राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनियों का हिस्सा बन चुके हैं। अनूप शाह कई ट्रैकिंग अभियानों में शामिल रह चुके हैं, उन्होंने छह दुर्गम चोटियों पर सफल आरोहण किया है।
अनूप शाह का जन्म 8 अगस्त 1949 में नैनीताल में हुआ था। फोटोग्राफी की शुरुआत उन्होंने अपने पिता की तरफ से उपहार में मिले कैमरे से की, धीरे-धीरे उनका ये शौक जूनून बन गया। स्वभाव से बेहद शांत अनूप शाह को उत्तराखंड के पर्यावरण और जैव विविधता की गहरी जानकारी है। उन्हें हिमालय, यहां की वनस्पतियों और जैव विविधता का इन्साइक्लोपिडिया कहा जाता है। वो पर्यावरण संरक्षण के लिए समय-समय पर मुहिम चलाते रहे हैं। उत्तराखंड की जड़ी-बूटियों और बुग्यालों को बचाने के लिए उन्होंने लंबी लड़ाई लड़ी है।