हल्द्वानी। विदेशी महिला ने रात में टांडा के जंगल से बेस अस्पताल तक हंगामा किया तो पुलिस वाले सन्न रह गए। वह टांडा पुलिस चैकी के पास रोडवेज बस से कूदकर जंगल में छिप गई। पुलिस ने उसे ढूंढकर बेस अस्पताल में भर्ती कराया तो वहां पुलिसकर्मियों पर हमलावर हो गई। सुबह हालत में सुधार होने पर पुलिस ने उसे टैक्सी में बैठाकर नैनीताल के लिए भेज दिया।
लंदन (इंग्लैंड) की मूल निवासी दुलारी ललहा मार्केला (57) सोमवार की रात हरिद्वार से रोडवेज में सवार होकर नैनीताल जा रही थी। रुद्रपुर पहुंचने पर उसने बस से उतरने की कोशिश की, लेकिन अन्य यात्रियों ने उसे मना कर दिया। आरोप है कि इस पर उसने यात्रियों से हाथापाई भी की।
जंगल की झाड़ियों में छिप गई
रात करीब 11 बजे टांडा पुलिस चैकी के पास बस की रफ्तार धीमी होने पर वह कूद गई और दौड़ते हुए जंगल की झाड़ियों में छिप गई। बस चालक ने घटना की जानकारी तत्काल पुलिस को दी। चैकी पर मौजूद पुलिस ने तत्काल उसे जंगल से ढूंढ निकाला।
इस बीच टीपीनगर चैकी प्रभारी सुशील कुमार और कोतवाली के पुलिसकर्मी टांडा पहुंच गए। दुलारी को पुलिस इलाज कराने के लिए बेस अस्पताल लेकर आई। बताया जा रहा है वहां उसने इंजेक्शन लगाने से मना कर दिया।
चोट होने के कारण डॉक्टर ने मरहम पट्टी की
वह खुद को लंदन की नर्स बता रही थी। हाथ में चोट होने के कारण डॉक्टर ने उसकी मरहम पट्टी की। रात करीब एक बजे रात हालत कुछ ठीक होने पर उसने बताया कि वह आठ नवंबर 2018 को उत्तरकाशी आई थी।
वह वहां आयुर्वेद पद्धति से अपना इलाज करा रही है। इलाज के लिए उसे दूतावास से दीर्घकालीन वीजा मिला है। उसे नैनीताल हाईकोर्ट में एक मुकदमा फाइल करना है। पुलिस ने रात डेढ़ बजे किराए की टैक्सी कर उसे नैनीताल भेज दिया।
यू आर एनिमल, डू नोट टच मी
दुलारी ललहा मार्केला घायल होने के बाद काफी गुस्से में थी। उसने महिला पुलिसकर्मियों से कहा कि डू नोट टच मी, यू आर एनिमल। उसके जाने के बाद पुलिस वालों ने राहत की सांस ली।
विदेशी महिला का पुलिस ने अस्पताल में इलाज कराया। उसके अनुरोध पर पुलिस ने उसे नैनीताल भेज दिया है।
-एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव