नैनीताल। नोएडा की महिला पर्यटक की हत्या मामले का कोतवाली पुलिस ने खुलासा कर दिया है। मंगलवार रात गाजियाबाद से पकड़े गए आरोपित ऋषभ उर्फ इमरान में हत्या की बात कबूल ली है। पूछताछ में उसने बताया कि दीक्षा के पुराने ब्वॉयफ्रेंड का मैसेज देख कर रात को उसका दीक्षा के साथ झगड़ा हो गया था। जिससे आवेश में आकर उसने गला दबाकर दीक्षा की हत्या कर दी। जिसके बाद वह भाग खड़ा हुआ। आरोपित ने कबूल किया कि बीते एक साल से वह दीक्षा के साथ लिव इन में रह रहा था। दीक्षा के लिए ही उसने अपना नाम इमरान से परिवर्तित कर ऋषभ तिवारी रख लिया था।
होरिजन होम साइबेरी नोएडा एक्सटेंशन गौतम बुद्ध नगर निवासी दीक्षा मिश्रा अपने प्रेमी ऋषभ उर्फ इमरान और दो दोस्तों के साथ 13 तारीख को नोएडा से घूमने के लिए पहुंचे थे। पहले दिन कॉर्बेट पार्क रामनगर में रुकने के बाद 14 अगस्त को चारों नैनीताल पहुंचे। जहां वह मल्लीताल गाड़ी पड़ाव क्षेत्र में एक होटल में ठहरे हुए थे। 15 अगस्त को दीक्षा का जन्मदिन होने के कारण दिन में सभी ने खूब जश्न मनाया।
झील में नौकायन करने के साथ ही देर शाम माल रोड में दीक्षा का जन्मदिन का केक काटा गया। जिसके बाद चारों लोग रात को कमरे में पहुंचे। जहां दीक्षा, स्वेता और अलमास ने दारू पार्टी की। इमरान शराब का सेवन नहीं करता था जिस कारण उसने नहीं पी। रात करीब 1:55 बजे श्वेता और अलमास अपने कमरे में चले गए। जिसके बाद दीक्षा के फोन पर पुराने प्रेमी का मैसेज देख ऋषभ गुस्सा होने लगा। जिससे इमरान और दीक्षा में विवाद हो गया। इसी बीच आवेश में आकर इमरान ने गला दबाकर दीक्षा की हत्या कर दी। रात को ही वाहन लेकर फरार हो गया।
जिसके लिए नाम बदला उसी को उतार दिया मौत के घाट
एक साल पहले प्रॉपर्टी डीलिंग के कामकाज के चलते इमरान की मुलाकात दीक्षा मिश्रा से हुई थी। दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ी तो दोनों प्रेम प्रसंग भी शुरू हो गया। दीक्षा जिस कॉलोनी में रहती थी वहां अधिकतर हिंदू समुदाय के लोग होने के कारण दीक्षा के कहने पर ही इमरान ने अपना नाम बदलकर ऋषभ तिवारी रख लिया था। दीक्षा के परिजनों और कॉलोनी के कुछ लोगों को छोड़ अन्य दोस्त ऋषभ के इमरान होने की बात से वाकिफ थे।
बीते ढाई माह से चल रही थी दोनों के बीच अनबन
पुलिस पूछताछ में इमरान ने बताया कि दीक्षा उसके साथ लिव इन में रहने के बावजूद पुराने प्रेमी से बातचीत करती थी। जिस कारण बीते ढाई माह से उन दोनों के बीच इस बात को लेकर अनबन चल रही थी।
लोकेशन से न पकड़ा जाए तो उठा ले गया दीक्षा का फोन
हत्या को अंजाम देने के बाद इमरान मृतका दीक्षा का मोबाइल फोन साथ लेकर फरार हो गया। जिसके पीछे उसका उद्देश्य अपनी लोकेशन शो नहीं करना था। भागने के बाद उसने अपना फोन बंद कर दिया और दीक्षा के फोन से ही अपने परिचितों और अन्य संबंधियों को फोन कर अन्य मदद मांगी।
पांच साल अन्य युवक के साथ लिव इन में रह चुकी थी दीक्षा
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि दीक्षा का उसके पति के साथ दो साल बाद ही तलाक हो गया था। जिसके बाद वह चार से पांच वर्ष एक अन्य युवक के साथ लिविंग रिलेशनशिप में रही थी। इसी बीच इमरान उसके संपर्क में आ गया और इन दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ गई। मगर पुराने प्रेमी से दीक्षा की बातचीत होती रहती थी।
भाजपाइयों ने आरोपित पर किया हमला
कोतवाली में पत्रकार वार्ता के बाद जब पुलिस आरोपित इमरान को न्यायालय पेश करने के लिए लेकर जा रही थी कि कोतवाली के बाहर खड़े भाजपाईयो ने आरोपित पर हमला कर दिया। जिससे पुलिस वापस कोतवाली के अंदर ले आई। पुलिसकर्मियों ने बीच-बचाव कर किसी तरह भाजपाइयों को कोतवाली से बाहर किया। जिसके बाद ही पुलिस आरोपित को न्यायालय ले जा सकी।