नैनीताल: नैनीताल के बारापत्थर घोड़ा स्टैंड में वन भूमि पर बनाए गए अवैध घुड़साल के अतिक्रमण को ध्वस्त करने के अभियान के इंटरनेट मीडिया में वायरल वीडियो में आइएसआइएस के लड़ाके व झंडे दिखाने के मामले में कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पुलिस इस मामले में पहले ही वायरल वीडियो को स्टेटस पर लगाने वाले घोड़ा चालक का मोबाइल जब्त कर चुकी है। साथ ही पूरे मामले की जांच सर्विलांस सेल को दी गई है। शुरुआती जांच में यह भी पता चला है कि वीडियो देवबंद उत्तर प्रदेश में तैयार किया गया है। नैनीताल के अधिवक्ता नितिन कार्की ने इस मामले में कोतवाली में तहरीर दी थी।
बुधवार को नैनीताल पहुंचे एसपी डॉ जगदीश चंद्र ने बताया कि पांच मई 2022 को घोड़ा स्टैंड वह अन्य क्षेत्रों में अतिक्रमण को हटाने हेतु प्रशासन की ओर से अभियान चलाया गया।
बुलडोजर से अवैध रूप से बने घुड़साल ध्वस्त किये। साथ ही आवासीय टीनशेड भी हटाये गए। प्रशासन, जिला विकास प्राधिकरण, वन विभाग व नगरपालिका की संयुक्त कार्रवाई का प्रभावित लोगों ने विरोध किया और आरोप लगाया कि अल्पसंख्यक होने की वजह से उनको सरकार टारगेट कर रही है।
उसी दिन शाम को एक वीडियो वायरल हुआ था। बड़ा बाजार मल्लीताल निवासी अधिवक्ता व भाजयुमो के पूर्व जिलाध्यक्ष कार्की ने कोतवाली में दी तहरीर में बताया कि व्हाट्सएप पर एक वीडियो प्रसारित किया जा रहा है, जिसमें आतंकवादी संगठन आइएसआइएस के झंडे व लड़ाके दिखाए जा रहे हैं।
यह प्रायोजित तरीके से समाज में भय का वातावरण उत्पन्न करने के उद्देश्य से किया जा रहा है ,एक कृत्य है जिसे नजरंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने जल्द इस वीडियो को प्रसारित होने से रुकवाने का अनुरोध किया था, ताकि सांप्रदायिक घटना होने से रोका जा सके। वह वीडियो किसके द्वारा बनाया वह प्रसारित किया जा रहा है। इसका पता लगवाया जाए। एसएसपी पंकज भट्ट ने बताया कि अज्ञात के खिलाफ धारा 295 व 153 ए के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।