रुद्रपुर। निजामुद्दीन मरकज में शामिल जमात के लोग देशभर में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलाने में कैरियर बन रहे हैं। ये लोग मरकज से लौटकर देश के अलग-अलग हिस्सों में पहुंच रहे हैं। पुलिस-प्रशासन इनको चिन्हित कर स्वास्थ्य जांच कराने के बाद क्वारंटाइन कर रहा है। वहीं इनके जाहिलियत की हद ये है कि ये खुद सामने आने की बजाय छिप रहे हैं। और तो और बुधवार को चोरी छिपे जमात से लौटकर 13 लोग रुद्रपुर के रास्ते रेलवे ट्रैक पकडकर उत्तराखंड में घुस रहे थे। रुद्रपुर स्टेशन पर रेलवे पुलिस ने इनको देखा तो पुलिस को सूचना दी। जमातियों के चोरी छिपे उत्तराखंड में घुसने की सूचना पर पर हडकंप मच गया। रुद्रपुर रेलवे स्टेशन पर टीम के साथ पहुंचे एसपी सिटी देवेंद्र पिंचा, सीओ अमित कुमार, कोतवाल कैलाश चंद्र भट्ट पुलिस टीम जमातियों से पूछताछ की। प्राथमिक स्वास्थ्य जांच कराने के बाद सभी को क्वरंटाइन कर दिया गया है। सभी जमाती हल्द्वानी आजाद नगर निवासी के निवासी हैं।
एसपी सिटी देवेंद्र पिंचा ने बताया कि रेलवे पुलिस ने सूचना दी कि कुछ लोग ट्रैक पकडकर जा रहे हैं। जिसके बाद रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर सभी उन्हें रोक लिया गया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि बीते दिनों वे रामपुर में आयोजित जमात में शरीक होने गए थे। परिवहन की सुविधा ठप होने के कारण रेलवे ट्रैक के सहारे हल्द्वानी के लिए निकले थे। उन्होंने बताया कि कुल 13 लोग आए हैं। मौके पर जब पहुंचे तो नौ लोग ही मिले थे। चार भागने की कोशिश कर रहे थे। जिन्हें आगे कुछ दूर जाकर गिरफ्तार कर लिया गया है। सभी के स्वास्थ्य का परीक्षण कराकर पंतनगर स्थिति क्वरंटाइन सेंटर भेज दिया गया है। फिलहाल इस बात की तस्दीक नहीं हो सकी है कि ये लोग दिल्ली मरकज में शामिल हुए थे या नहीं। पुलिस भी इस बारे में अभी कुछ स्पष्ट नहीं बता पा रही है।
रुदपुर में फरवरी में आए थे जमात के लोग
दिल्ली के तब्लीगी जमात के 50 लोग फरवरी के अंतिम सप्ताह में उधम सिंह नगर भी आए थे। हालांकि मार्च में चले गए। जमात के लोग जिले में कहां कहां गए थे, किससे मिले थे। इसकी जानकारी जुटाने में पुलिस लगी है। दिल्ली से फरवरी के अंतिम माह में जमात के करीब 50 लोग आए थे। इसके बाद लोग चले गए थे। ऐसे में पुलिस और खुफिया विभाग उधमसिंहनगर आए जमात के लोगों के संबंध में जानकारी जुटा रही है। साथ ही पता लगाया जा रहा है कि ये लोग इस बीच किस किस के संपर्क में आये थे। एसएसपी बरिन्द्रजीत सिंह ने बताया कि फरवरी में आए जमात के लोगों के संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है। इसके लिए पुलिस और खुफिया विभाग जुटी है।
उत्तराखंड से ये हुए थे निजामुद्दीन तब्लीगी मरकज में शामिल
दिल्ली में 12 से 14 मार्च को निजामुदीन में तब्लीगी जमाती मरकज आयोजित हुआ था। जिसमें रामनगर गुलरघट्टी व खताड़ी क्षेत्र से नौ लोग और रानीखेत से चार लोग शामिल हुए थे। रामनगर के छप्परवाली मस्जिद खताड़ी निवासी अजहर अली, इमामुद्दीन, ब्लाक रोड मुंसिर अहमद, जामा मस्जिद खताड़ी निवासी बिलाल, कॉर्बेट नगर इस्लानुद्दीन, मक्का मस्जिद खताड़ी निवासी शेर अली, खताड़ी निवासी सलीम, बड़ी मस्जिद खताड़ी निवासी शादिक व गुलरघट्टी निवासी फहीम शामिल हुए। चेकअप के बाद उन्हें ग्राम छोई स्थित एक रिसोर्ट में 14 दिन तक क्वारनटाईन में रखा गया है। रानीखेत में किराएदार के रूप में रह रहे बिहार मूल के तीन व एक स्थानीय मुस्लिम ने हिस्सा लिया था। अल्मोडा के डीएम नितिन सिंह भदौरिया ने कहा कि रानीखेत में क्वारंटाइन किए गए जमात से लौटे लोगों में संक्रमण जैसे लक्षण नहीं मिले हैं। फिर भी पूरा एहतियात बरता जाएगा।
नैनीताल जामा मिस्जद में आए थे 11 जमाती
नैनीताल शहर के जामा मस्जिद मल्लीताल में 13 से 20 मार्च मरकज निजामुद्दीन की 11 सदस्यीय जमात आई थी। ये सभी दिल्ली के निवासी थे। जबकि नैनीताल के आठ लोग जमात सदस्यों के सम्पर्क में आए थे। खुफिया एजेंसियों की इस सूचना के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है। सभी को स्वास्थ्य परीक्षण के बाद कवारन्टीन करने की तैयारी शुरू हो चुकी है। खुद एसडीएम विनोद कुमार इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार जमात के सदस्य जिन लोगों के संपर्क में आये उनमें मल्लीताल निवासी मो वसीम, हामिद अली, मो जुहैब, राशिद, राशिद, कासिफ, दिलशाद, नईम मैकेनिक, मो बसी, निवासी बूचड़खाना, शाहनवाज निवासी हरिनगर, सानिब, व महबूब निवासी बूचड़खान शामिल हैं।