जयहरीखाल ब्‍लॉक की ग्रामसभा बंदूण में 30 ग्रामीण कोरोना संक्रमि‍त

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कोटद्वार। आखिरकार वही हुआ, जिसका डर था। कोरोना ने ग्रामीण क्षेत्रों में पैर पसार दिए। गुरुवार को जयहरीखाल प्रखंड की सबसे बड़ी ग्रामसभा बंदूण में 30 ग्रामीणों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। सात सौ से अधिक आबादी वाले इस गांव में तीन दिन पूर्व पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने चालीस ग्रामीणों के कोरोना जांच सेंपल लिए थे। गांव में कोरोना संक्रमण के मामले आने के बाद प्रशासन गांव को कंटेनमेंट जोन बनाने की तैयारी में है।

पर्वतीय क्षेत्रों में शायद ही कोई ऐसा गांव हो, जहां इन दिनों बुखार का प्रकोप न हो। ग्रामीण क्षेत्रों में बुखार की लगातार बढ़ती शिकायतों के बाद स्वास्थ्य महकमे ने गांव-गांव टीमें भेज ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच शुरू कर दी है। तीन मई को जहरीखाल स्वास्थ्य केंद्र से स्वास्थ्य विभाग की टीम प्रखंड जहरीखाल के अंतर्गत ग्राम बंदूण पहुंची और ग्रामीणों के कोरोना जांच सेंपल लिए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.मनोज शर्मा ने बताया कि गांव में करीब चालीस ग्रामीणों के कोरोना जांच सेंपल लिए गए, जिनमें से तीस ग्रामीणों में कोरोना की पुष्टि हुई। बताया कि जहरीखाल से स्वास्थ्य विभाग की टीम को पुन: गांव में भेज दिया गया है। अन्य ग्रामीणों की कोरोना जांच की जाएगी। साथ ही प्रशासन के सहयोग से गांव को कंटेंमेंट जोन में तब्दील किया जएगा।

नहीं करवाई जांच

तीन मई को गांव में पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम अधिक से अधिक ग्रामीणों के कोरोना जांच सैंपल लेने की तैयारी में थी। लेकिन, ग्रामीणों ने जांच नहीं करवाई। ग्राम प्रधान अंजली देवी ने भी इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि गांव में जिन व्यक्तियों को स्वास्थ्य अधिक खराब था, वे स्वयं उनके पास गई और उन्हें कोरोना जांच करने की सलाह दी। बताया कि कई बात गुजारिश करने के बाद भी ग्रामीण स्वास्थ्य जांच को तैयार नहीं हुए।

गांव में हुई थी शादियां

जहरीखाल प्रखंड के जिस बंदूण गांव में गुरूवार को तीस ग्रामीणों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई, वहां कुछ दिन पूर्व शादियां हुई थी। ग्राम प्रधान अंजली देवी ने बताया कि गांव में पिछले कई दिनों से ग्रामीणों में बुखार की शिकायत है। बताया कि अप्रैल माह के अंतिम सप्ताह में गांव में शादियां भी थी। साथ ही ग्रामीणों का सतपुली की ओर आना-जाना भी था। ऐसे में गांव में कोरोना संक्रमण कैसे फैला, यह स्पष्ट नहीं कहा जा सकता।

धुमाकोट बाजार में हुई सेंपलिंग

गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने प्रखंड नैनीडांडा के अंतर्गत धुमाकोट बाजार में व्यापारियों के कोरोना जांच सेंल एकत्र किए। हालांकि, कई व्यापारी सैंपलिंग करवाने नहीं गए। बताते चलें कि क्षेत्र में दिल्ली, देहरादून सहित विभिन्न राज्यों से प्रवासी शादी समारोह में पहुंच रहे हैं। इस दौरान वे धुमाकोट बाजार में भी सामान की खरीददारी को आ रहे हैं।

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