अल्मोड़ा : उत्तरकाशी के उच्च हिमालयी क्षेत्र स्थित द्रौपदी के डांडा में हुए चार अक्टूबर को हुई हिमस्खलन की घटना में अल्मोड़ा का अजय बिष्ट भी लापता हुआ है। घटना के बाद से उसका अब तक कुछ पता नहीं चल सका है। अजय प्रशिक्षण के लिए दल के साथ गया था। तीन दिनों में उसके बारे में कोई सूचना नहीं मिलने से स्वजनों की चिंता बढ़ गई है।
साथियों के साथ गया था उत्तरकाशी
पर्वतारोही अजय बिष्ट (32) पुत्र डीएस बिष्ट निवासी अल्मोड़ा भी अपने साथियों के साथ उत्तरकाशी गए हुए थे। शुरू से ही पर्वतारोहण के शौकीन दल के साथ गए हुए थे। उन्होंने पूर्व में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) से एडवेंचर में एडवांस कोर्स करने के लिए संस्थान में दाखिला लिया था। इन दिनों वह दल के साथ द्रौपदी के डांडा में गए हुए थे। बीते मंगलवार को हुए हिमस्खलन के बाद से अब तक उनका कहीं कुछ पता नहीं हैं।
स्वजन उत्तरकाशी रवाना
इधर स्वजनों की चिंता बढ़ गई है। हिमस्खलन की घटना की जानकारी मिलने पर स्वजन उनकी जानकारी लेने उत्तरकाशी रवाना हो गए हैं। इधर परिवार के अन्य लोग लगातार उत्तरकाशी प्रशासन से वार्ता कर रहे हैं। लेकिन फिलहाल उनका कहीं कुछ पता नहीं लग सका है। स्वजनों ने बताया कि फिलहाल उत्तरकाशी प्रशासन से मिल रही जानकारी के अनुसार अजय का पता नहीं चला है। रेस्क्यू चलाया जा रहा है। स्वजन लगातार अजय के मिलने की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
ये है मामला
चार अक्टूबर दिन मंगलवार को उत्तरकाशी जनपद के द्रौपदी का डांडा (डीकेडी) चोटी पर एवलांच आ गया था। इस हादसे में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के प्रशिक्षु पर्वतारोहियों का दल चपेट में आ गया था। इसमें अब तक 9 लोगों के शव बरामद किए जा चके हैं। चार शव घटना के दिन ही मिल गए थे। जबकि निम और एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीम ने आज सुबह 5 शव और बरामद कि हैं। वहीं 20 प्रशिक्षु पर्वतारोही अभी लापता हैं।