उत्तराखंड में कोटद्वार भाबर के हल्दूखाता पट्टी के एक वार्ड में नवविवाहिता की ओर से शिशु को जन्म देकर झाड़ी में फेंकने का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस ने झाड़ी से फेंके गए नवजात शिशु (बालक) को बरामद कर उसे राजकीय बेस अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने नवविवाहिता के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। कोतवाल नरेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि बुधवार दोपहर बेस अस्पताल से सूचना मिली जिस पर पुलिस हरकत में आई और तुरंत अस्पताल पहुंची। मामले की पूरी जानकारी ली गई। नवविवाहिता के ससुर ने बताया कि उसके बेटे की शादी गत पांच जून को कल्जीखाल ब्लाक के एक गांव की एक युवती से हुई थी। बुधवार सुबह घर पर उनकी बहु ने उसकी तबीयत ज्यादा खराब होने की बात कही, जिस पर वे बहु को लेकर कोटद्वार बेस अस्पताल पहुंचे।
अस्पताल में डॉक्टर ने बहु की जांच करने के बाद तबीयत खराब होने का कारण बताया तो परिजनों के होश उड़ गए। इसके बाद नवविवाहिता से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि बुधवार तड़के उसने शिशु को जन्म दिया था और उसे झाड़ी में फेंक दिया था। इसके बाद उसकी तबीयत और बिगड़ गई। मामले की जानकारी लगते ही तत्काल एसएसआई प्रदीप नेगी और एसआई भावना भट्ट को परिजनों को साथ लेकर मौके पर भेजा गया।
उन्होंने हल्दूखाता वार्ड स्थित उनके घर के पीछे की झाड़ी में नवजात शिशु को पड़ा हुआ देखा। साफ कपड़े में शिशु को उठाकर पुलिस टीम बेस अस्पताल ले आई। जहां डॉक्टरों ने बच्चे की जांच के बाद उसे खतरे से बाहर बताते हुए अस्पताल में भर्ती कर दिया। कोतवाल ने बताया कि नवजात शिशु (बालक) को झाड़ी में फेंकने वाली महिला बेस अस्पताल में भर्ती है। उसके ससुर की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर महिला के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।