श्रीनगर। जालसाज अब हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय की फर्जी डिग्री बनाकर अनुचित लाभ नहीं उठा पाएंगे। क्योंकि, विश्वविद्यालय से मिलने वाली डिग्री अब नौ सिक्योरिटी फीचर से लैस होगी। विवि के हर छात्र की डिग्री को उसके आधार से भी लिंक किया जाएगा।
एक दिसंबर को होने वाले विवि के दीक्षा समारोह में स्नातक, स्नातकोत्तर व पीएचडी के करीब दो हजार छात्र-छात्राओं को यही हाईटेक डिग्री प्रदान की जाएंगी। विवि का दावा है कि इस डिग्री से किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं की जा सकेगी। विवि के कुलसचिव डॉ. एके झा ने बताया कि नई डिग्रियां एक विशेषज्ञ कंपनी से तैयार कराई गई हैैं। पूर्व में एक-दो डिग्री में कुछ गलतियां सामने आने के बाद विवि ने इस वर्ष प्रत्येक डिग्री को परीक्षण के बाद तैयार कराया। डिग्री के आधार से लिंक होने के बाद छात्र का पूरा विवरण विवि के पोर्टल पर रहेगा।
ये हैं नई डिग्री के सिक्योरिटी फीचर
1- प्रत्येक डिग्री आधार नंबर से लिंक होगी।
2- एचएनबी गढ़वाल केंद्रीय विवि का लोगो डिग्री के बीच में उभरा हुआ होगा।
3- करेंसी की तर्ज पर डिग्री में भी एक सिल्वर लाइन होगी।
4- डिग्री में छेड़छाड़ करने पर छात्र का नाम व विषय काला हो जाएगा।
5- डिग्री में प्रयोग की गई स्याही हाई क्वालिटी की होगी।
6- डिग्री की कुछ महत्वपूर्ण लाइनें सिल्वर कोटेड होंगी।
7- डिग्री के बैकग्राउंड में विवि का नाम अंकित होगा।
8- डिग्री दोनों तरफ से सेमी लेमिनीटेड होगी।
9- प्रत्येक डिग्री विवि के रिकॉर्ड में डिजिटल रूप में सुरक्षित रहेगी।
कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल का कहना है कि हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विवि के एक दिसंबर को आयोजित दीक्षा समारोह में प्रदान की जाने वाली डिग्री कई हाई सिक्योरिटी फीचर से लैस होगी। इससे न केवल छात्र की डिग्री पूरी तरह सुरक्षित होगी, साथ ही केंद्रीय विवि की प्रतिष्ठा पर भी आंच नहीं आएगी।