पौड़ी: तहसील थलीसैंण के एक गांव में पोते व भतीजी के साथ मायके से घर लौट रही महिला पर भालू ने हमला कर दिया। तभी भतीजी ने साहस दिखाते हुए भालू पर दरांती से हमलाकर ताई व खुद की जान बचाई। इस घटना में दोनों घायल हो गयीं, लेकिन महिला का एक वर्षीय पोता सुरक्षित है। दोनों घायल महिलाओं का श्रीनगर मेडिकल कालेज के बेस अस्पताल में उपचार चल रहा है।
पौड़ी गढ़वाल के तहसील थलीसैंण के चौथान पट्टी स्थित दैड़ा गांव निवासी हीरा देवी एक वर्षीय पोते व 20 वर्षीय भतीजी के साथ मायके से अपने गांव दैड़ा लौट रहीं थी। तभी रास्ते में घात लगाकर भालू ने हीरा देवी पर हमला बोल दिया। इस पर उनकी भतीजी रेखा ने हिम्मत दिखाते हुए दरांती से भालू पर ताबड़तोड़ हमले किए, जिससे भालू भाग गया। हालांकि इस हमले में हीरा देवी व रेखा घायल हो गए। हालांकि इस दौरान पोता पूरी तरह सुरक्षित रहा। बाद में स्थानीय व्यक्तियों की मदद से दोनों घायलों को उपचार के लिए पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बूंगीधार में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद दोनों घायलो को मेडिकल कालेज श्रीनगर के बेस अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां पर दोनों का उपचार चल रहा है।
नायब तहसीलदार थलीसैंण आनंदपाल ने बताया कि दैड़ा गांव निवासी हीरा देवी व रेखा भालू के हमले में घायल हो गए हैं। घटना में पोता पूरी तरह सुरक्षित है। वहीं वन क्षेत्राधिकारी थलीसैंण अनिल रावत ने बताया कि भालू के हमले में घायलों को जल्द ही मुआवजा प्रदान किया जाएगा।