पौड़ी। पुलिस विभाग ने बरसाती मौसम में आमजन को नदी-नालों व गदेरों में न जाने की सलाह दी है। कहा कि इससे नदी, गदेरे के ऊफान पर आने से जानमाल का खतरा पैदा हो सकता है। पुलिस की सलाह न मानने पर विभिन्न थाना क्षेत्रों में नदियों, गदेरे और नालों में जाने या नहाने पर 33 व्यक्तियों का चालान किया गया। विभाग के मुताबिक आगे भी यह अभियान जारी रहेगा।
बरसाती मौसम के चलते नदियों और नालों के ऊफान पर होने से जलस्तर काफी बढ़ा है, जिससे ऐसे स्थानों में जाने वाले व्यक्तियों के डूबने की आशंका बनी हुई है। इसी को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पी. रेणुका देवी ने जनपद के सभी थाना प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में आमजन को जागरूक करने व नदी, नालों वाली जगह पर जाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। थाना प्रभारियों ने अभियान चलाकर अपने क्षेत्रों में नदी, नालों या गदेरों में नहाने या नदी किनारे जाने पर 33 व्यक्तियों का चालान किया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पी. रेणुका देवी ने बताया कि बरसाती मौसम को देखते हुए यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने बरसात के मौसम में आमजन को ऐसे मौसम में नदियों, नालों और गदेरों को पार न करने, नदी किनारे बसे व्यक्तियों को जलस्तर बढ़ने पर सुरक्षित जगह जाने का आग्रह किया है।
नदी में मौज-मस्ती कर रहे पर्यटकों को पुलिस ने हटाया
लैंसडौन के फतेहपुर में सिलगाड नदी में मौज-मस्ती कर रहे पर्यटकों को पुलिस ने नदी से बाहर दौड़ा दिया। साथ ही क्षेत्र में पर्यटकों को नदी में न जाने की हिदायत दी गई। होटल स्वामियों को भी चेतावनी दी गई।
अगस्त माह के अंतिम सप्ताह में लैंसडौन में सैर-सपाटे के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचे हैं। पर्यटकों की भीड़ के चलते न सिर्फ होटल पैक हैं, बल्कि पर्यटन स्थलों पर भी खासी रौनक देखने को मिल रही है। इस बीच, लैंसडौन-फतेहपुर मोटर मार्ग पर फतेहपुर से पांच सौ मीटर की दूरी पर स्थित नदी में पर्यटक नहाने जा पहुंचे। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक संतोष सिंह कुंवर व महिला निरीक्षक रचना रानी ने फतेहपुर पहुंचकर इन पर्यटकों को नदी से बाहर निकाला। साथ ही दोबारा नदी में न जाने की चेतावनी दी। पुलिस ने फतेहपुर में नदी किनारे स्थित होटलों के स्वामियों को भी चेताया। कोतवाल संतोष सिंह कुंवर ने बताया कि होटल स्वामियों को पर्यटकों को नदी में जाने से रोकने के लिए बोर्ड भी लगाने के निर्देश दिए गए हैं।