पौड़ी। उत्तराखंड में गढ़वाल मंडल मुख्यालय जल्द ही वन्य जीवों के दीदार का डेस्टीनेशन बनेगा। वन पर्यटन की गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए साथ ही शहर में एक हंटर हाउस भी बनाया जा रहा है, जिसके बाद पर्यटन मानचित्र पर पौड़ी एक नए आयाम में नजर आएगा।
पौड़ी व आस-पास के क्षेत्रों में जल्द करीब चार रूटों पर नाइट सफारी भी शुरू होगी। जिला प्रशासन पौड़ी ने बासा होम स्टे के ब्रांड अंबेसडर व प्रसिद्ध शिकारी जॉय हुकिल के साथ मिलकर कार्ययोजना को अंतिम रूप दे दिया है।
पौड़ी व आस-पास का क्षेत्र प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण है। यहां से हिमालय की सबसे लंबी श्रृंखला का दीदार होता है। पौड़ी को पर्यटन से जोड़कर जिला प्रशासन पहले ही विभिन्न गतिविधियां शुरू कर चुका है, जिसमें होम स्टे बासा का निर्माण, कंडोलिया पार्क का नवनिर्माण, नयार घाटी में साहसिक खेल गतिविधियां शामिल हैं। अब जिला प्रशासन वन पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए नाइट सफारी की सौगात देने जा रहा है। होम स्टे बासा के ब्रांड अंबेसडर व शिकारी जॉय हुकिल ने बताया कि पौड़ी में टेका, खिर्सू, नागदेव व श्रीनगर मोटर मार्गों पर जल्द ही नाइट सफारी शुरू की जाएगी।
रामा राणा का पाखा बनेगा पैदल ट्रैक
इन रूटों पर गुलदार सहित कई वन्य जीव विचरण करते हुए अक्सर दिखाई देते हैं। इन स्थानों पर पर्यटक देर रात तक वन्य जीवों के दीदार को खड़े हो जाते हैं। हुकिल ने कहा कि नाइट सफारी सहित अन्य गतिविधियों के समन्वय से पौड़ी में वन पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, जो युवाओं के लिए स्वरोजगार की दिशा में अहम कदम भी साबित होगा। कहा कि शहर में हंटर हाउस बनाया जा रहा है, जिसके लिए उन्होंने भूमि भी दान दी है। कहा कि वन पर्यटन की गतिविधियां हंटर हाउस से ही संचालित की जाएंगी।
शिकारी जॉय हुकिल ने बताया कि पौड़ी खिर्सू मार्ग पर रामा राणा पाखा जगह है, जिसके टॉप से नंदादेवी, बंदरपूछ सहित हिमालय रेंज की पहाड़ियां बरबस अपनी ओर आकर्षित करती हैं। रामा राणा पाखा को पैदल ट्रेक बनाया जाएगा। कहा कि तीन किमी के ट्रेक से पर्यटन के साथ ही रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में हिमालय दर्शन, बर्ड वाचिंग जैसी कई गतिविधियों भी संचालित की जाएंगी।