छात्र संघ चुनाव और सभी परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद ही दीक्षांत समारोह आयोजित करने की मांग को लेकर एचएनबी गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्रों ने मंगलवार को जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्रों ने न केवल कुलपति के खिलाफ नारेबाजी की बल्कि छात्र गेट फांदकर कुलपति सचिवालय परिसर में घुस गए।
हंगामा बढ़ता देख कुलपति अन्नपूर्णा नौटियाल ने छात्रों से वार्ता की। कुलपति ने कहा कि वर्तमान परिस्थिति देखते हुए चुनाव मुश्किल हैं। लेकिन छात्र उनकी बात से संतुष्ट नहीं हुए। छात्रों का कहना है कि यदि 25 नवंबर तक विवि प्रशासन ने मांगों पर कोई फैसला नहीं लिया तो सभी छात्र संगठन दीक्षांत समारोह का विरोध करेंगे। इसके लिए संगठनों से वार्ता चल रही है। जल्द ही आगे की रणनीति तय की जाएगी।
प्रदर्शन करने वालो में बिरला परिसर के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष अंकित रावत, पूर्व उपाध्यक्ष अनमोल भंडारी, जय हो के जिलाध्यक्ष आयुष मिया, सुधांशु थपलियाल समेत अन्य छात्र शामिल रहे।
एक दिसंबर को गढ़वाल विवि का दीक्षांत समारोह होना है। छात्रों का कहना है कि अभी पीजी में सभी संबंधित कॉलेजो के परीक्षा परिणाम घोषित नहीं हुए हैं। ऐसे में छात्रों को गोल्ड मेडल किस आकलन से दिया जाएगा। यदि कोई छात्र बाद में टॉपर आता है तो उसे गोल्ड मेडल दिया जाएगा या नहीं, ये भी बड़ा सवाल है।
छात्रों का कहना है कि पीजी के 96 प्रतिशत रिजल्ट खुल गए हैं। कुछ कॉलेजो ने सेशनल परीक्षा के रिजल्ट नहीं भेजे हैं, इसलिए रिजल्ट नहीं खुल पाए हैं। ऐसे में पूरी तरह से रिजल्ट न आने तक दीक्षांत समारोह कराने का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने कहा कि एक दिसंबर से पूर्व विवि चुनाव के संबंध में निर्णय ले अथवा छात्र आंदोलन को मजबूर होंगे।
उनका कहना है कि इसके तहत एक दिसंबर को होने वाले दीक्षांत समारोह का विरोध किया जाएगा। वहीं, छात्र नेताओं का कहना है कि छात्र राजनीति से उभर कर कई नेता देश और प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, लेकिन विवि ने छात्रसंघ चुनाव को बंद कर दिया है।
उन्होंने कहा कि कोरोना कम होने के बाद अब सभी स्कूल-कॉलेजों में कक्षाओं को ऑफलाइन संचालन शुरू हो चुका है। लेकिन गढ़वाल विवि में अभी भी ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की जा रही है, जिससे छात्रों का भविष्य चौपट हो रहा है। विवि को छात्र संघ चुनाव कराने पर भी जल्द फैसला लेना होगा।