कोटद्वार। पौड़ी गढ़वाल जिले(उत्तराखंड) के चौबट्टाखाल तहसील के अंतर्गत गांवों में पसरा गुलदार का आतंक थमता नजर नहीं आ रहा है। बीती रात गुलदार ग्राम घरतोली में रसोई में खाना बना रही एक महिला को घसीटता हुआ ले गया। अपनी भाभी को गुलदार के जबड़ों में फंसा देख ननद ने गुलदार पर पत्थरों की बारिश कर दी, जिस कारण गुलदार महिला को रास्ते में छोड़ जंगल की ओर भाग गया। गंभीर रूप से घायल महिला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौगांवखाल में भर्ती है।
घटना रात्रि करीब नौ बजे की है। ग्राम घरतोली निवासी 24 वर्षीय रचना देवी पत्नी रूपचंद्र घर की रसोई में ननद रिंकी के साथ खाना बना रही थी। रिंकी किसी कार्य से रसोई से बाहर निकल दूसरे कमरे में चली गई, तभी घात लगाकर बैठे गुलदार ने रचना पर हमला कर दिया और उसे घसीटता हुआ खेतों की ओर ले गया। इसी बीच कमरे से बाहर आई रिंकी ने रचना को गुलदार के जबड़ों में फंसा देख शोर मचाते हुए गुलदार की तरफ पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। रिंकी का शोर सुनकर घर के अन्य सदस्य व ग्रामीण भी घरों से बाहर आ गए और डंडे लेकर गुलदार की तरफ भागे। घर से करीब दो सौ मीटर दूर गुलदार ने रचना को छोड़ दिया और जंगल की ओर भाग गया। रूपचंद्र ने बताया कि रचना के चेहरे व गर्दन पर गुलदार के पंजों के निशान हैं। साथ ही उसकी गर्दन और पेट में अंदरूनी चोटें भी आई हैं।
सोया रहा महकमा, गुलदार मुस्तैद
वन महकमा सोता रहा और गुलदार मुस्तैदी से मोर्चे पर डटा रहा। बीती रात ग्राम घरतोली में हुई घटना से कुछ ऐसा ही प्रतीत होता है। दरअसल, बीती रात जिस घर में गुलदार ने रचना देवी पर हमला किया, वह घर उस स्थान से चंद कदम दूर है, जहां दो दिन पूर्व गुलदार ने बकरी चुगा रहे सूरज पर हमला किया था। ग्रामीणों की मानें तो सूरज पर हुए हमले के बाद वन विभाग ने न तो घटनास्थल का मौका-मुआयना करने की जहमत उठाई और न ही मौके पर पिंजरा लगाया। नतीजा, गुलदार गांव के आसपास ही घूमता रहा और बीती रात मौका देख रचना पर हमला कर दिया।
घरतोली में लगाया पिंजरा
बीती रात हुई घटना के बाद रविवार शाम वन विभाग ने ग्राम घरतोली में रचना देवी के घर के समीप पिंजरा लगा दिया है। साथ ही गांव में विभागीय टीम ने भी गश्त शुरू कर दी है। रेंज अधिकारी सुचि चौहान ने बताया कि क्षेत्र में गुलदार के लगातार बढ़ रहे आतंक के संबंध में उच्चाधिकारियोंको पत्र भेजा गया है। बताया कि गांव-गांव जाकर ग्रामीणों से वार्ता कर समस्या के निराकरण को ठोस प्रयास किए जाएंगे।