पनियाली गदेरे में अतिक्रमण न हटने से तबाही का खतरा

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कोटद्वार। संवाददाता। कोटद्वार में हर साल बाढ़ से होने वाली तबाही के मुख्य कारण पनियाली गदेरे में अतिक्रमण हटने की जगह बढ़ता ही जा रहा है। पिछले साल बरसात में जहां गदेरे में 130 अतिक्रमण चिन्हित किए गए थे वहीं अब इनकी तादाद 146 तक जा पहुंची है. आलम यह है कि 16 मीटर चौड़ाई वाला गदेरा अब सिकुड़ कर 6 से 7 मीटर तक ही रह गया है. पिछले साल नोटिस जारी कर चुका प्रशासन अब फिर नोटिस जारी करने की बात कह रहा है

बरसात आने में अब करीब एक महीना बचा है और पनियाली गदेरे के फिर तबाही मचाने की आशंका से लोग ख़ौफ़ खाने लगे हैं. पिछले कुछ सालों से बरसात में गदेरा उफ़ान पर आ जाता है और अतिक्रमण की वजह से यह रास्ता बदलकर रिहाइशी कॉलोनियों में घुस जाता है. (फ़ाइल फ़ोटो) बरसात आने में अब करीब एक महीना बचा है और पनियाली गदेरे के फिर तबाही मचाने की आशंका से लोग ख़ौफ़ खाने लगे हैं. पिछले कुछ सालों से बरसात में गदेरा उफ़ान पर आ जाता है और अतिक्रमण की वजह से यह रास्ता बदलकर रिहाइशी कॉलोनियों में घुस जाता है।

बरसात आने में अब करीब एक महीना बचा है और पनियाली गदेरे के फिर तबाही मचाने की आशंका से लोग ख़ौफ़ खाने लगे हैं. पिछले कुछ सालों से बरसात में गदेरा उफ़ान पर आ जाता है और अतिक्रमण की वजह से यह रास्ता बदलकर रिहाइशी कॉलोनियों में घुस जाता है।

पिछले साल गदेरे के नुक़सान पहुंचाने के बाद प्रशासन ने अतिक्रमण चिन्हित कर उन्हें हटाने के लिए नोटिस जारी किए थे लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ. गदेरे में अवैध कब्ज़े बढ़ ही गए हैं. पिछले साल गदेरे के नुक़सान पहुंचाने के बाद प्रशासन ने अतिक्रमण चिन्हित कर उन्हें हटाने के लिए नोटिस जारी किए थे लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ. गदेरे में अवैध कब्ज़े बढ़ ही गए हैं.
पिछले साल गदेरे के नुक़सान पहुंचाने के बाद प्रशासन ने अतिक्रमण चिन्हित कर उन्हें हटाने के लिए नोटिस जारी किए थे लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ. गदेरे में अवैध कब्ज़े बढ़ ही गए हैं।

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