पिथौरागढ: सीमांत तहसील मुनस्यारी में इस वर्ष मौसम अप्रत्याशित रूख दिखा रहा है। दिसंबर माह में होने वाली बर्फवारी इस बार अक्टूबर में ही होने लगी है। मुनस्यारी के निकटवर्ती चोटी खलियाटॉप में मौसम का पहला हिमपात हो गया है। मुनस्यारी पहुंचे पर्यटक अक्टूबर माह में ही हिमपात देखकर गदगद हैं। निचली चोटी में हिमपात से पर्यटन कारोबारियों के चेहरे भी खिले हुए है।
करीब नौ हजार फिट की ऊंचाई पर स्थित खलियाटॉप स्कीइंग के लिए प्रसिद्ध है। दिसंबर माह से इस खुले स्थल में बर्फवारी शुरू होती है और जनवरी माह में स्कीइंग के लायक बर्फ यहां जमा हो पाती है। इस वर्ष अक्टूबर माह में ही खलियाटाॅप में हिमपात हो गया है। क्षेत्र के बुजुर्ग लक्ष्मण सिंह बताते हैं कि उन्होंने खलियाटाॅप में अक्टूबर मध्य में हिमपात होते हुए बहुत कम देखा है।
इन दिनों पश्चिम बंगाल से बड़ी तादात में पर्यटक मुनस्यारी पहुंचे है, खलियाटॉप में बर्फवारी होने से पर्यटक गदगद हैं। दर्जनों पर्यटकों ने बुधवार को खलियाटॉप पहुंचकर बर्फवारी का आंनद लिया। पर्यटकों ने कहा कि उन्हें अक्टूबर माह में बर्फ देख पाने की उम्मीद नहीं थी।
खलियाटॉप में अमूमन दिसंबर माह में ही बर्फवारी देखने को मिलती है। नजदीकी चोटी में हिमपात के बाद मुनस्यारी में ठंड बढ़ गई है। निचले इलाकों में भी लोगोें ने ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े निकाल लिए हैं।
शीतकालीन पर्यटन सीजन जबरदस्त होने की उम्मीद
सीमांत तहसील मुनस्यारी की निचली चोटी खलियाटाप में हिमपात से पर्यटन कारोबारी गदगद हैं।अक्टूबर माह में हिमपात से खलियाटॉप और बेटुलीधार में जल्द हिमपात होने की उम्मीद बढ़ गई है। शीतकाल में देश के विभिन्न राज्यों से पर्यटक हिमपात देखने के लिए ही मुनस्यारी आते हैं। उन्होंने कहा कि बर्फवारी का क्रम जारी रहा तो इस वर्ष थर्टी फस्ट पर बड़ी संख्या में पर्यटक मुनस्यारी पहुंचेंगे।