पिथौरागढ़ : सीमांत जिले के धारचूला तहसील में बादल फटने के कारण मची तबाही का फिलहाल का ठीक-ठीक अनुमान लगाना मुश्किल है। आपदा प्रभावित गांव का संपर्क शेष जगत से कट गया है। बचाव कार्य के लिए मौके पर राजस्व, एसएसबी, पुलिस, एसडीआरएफ और रेस्क्यू टीम रवाना हो गई है। एनडीआरएफ की टीम भी आपदा प्रभावित क्षेत्र के लिए रवाना हो गई है।
जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान ने बचाव कार्य तेज करने के लिए तत्काल हेलीपैड तैयार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि सड़क मार्ग अवरुद्ध होने के कारण संकट बढ़ गया है। ऐसे में हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू अभियाने चलाने के लिए तत्काल हेली पैड तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। डीएम खुद एसपी के साथ मातहतों को निर्देश देने के बाद धारचूला के लिए रवाना हो गए हैं।
रविवार रात धारचूला तहसील के ग्राम जुम्मा में बादल फटने से जामुनी तोक में करीब पांच तथा सिरौउड़यार तोक में दो आवासीय मकान क्षतिग्रस्त होने और करीब नौ लोगों के लापता होने की सूचना है । डीएम ने बताया कि सूचना के तत्काल बाद घटना क्षेत्र में राजस्व, एसएसबी, पुलिस, एसडीआरएफ और रेस्क्यू टीमों को रवाना रवाना कर दिया गया है। एनडीआरएफ की टीम भी क्षेत्र के लिए निकल गई है।
जिलाधिकारी ने जिला आपदा परिचालन केन्द्र में आईआरएस के अधिकारियों के साथ बैठक कर तत्काल मौके पर राहत एवं बचाव कार्य तेज करने के साथ क्षेत्र में राहत सामग्री भेजने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। जिलाधिकारी एवं पुलिस अधिक्षक घटना स्थल के लिए रवाना हो रहे हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि क्षेत्र में सड़क मार्ग अवरुद्ध होने के कारण रेस्क्यू कार्य हेलीकॉप्टर से कराए जाने के लिए क्षेत्र में हैलीपैड तैयार किया जा रहा है।
नेपाल में भी दो लोग बहे
नेपाल के नजयांग नाले में फटा बादल। नाला उफान पर आया तो काली नदी तक मलबा आने के कारण पानी का प्रवाह थम गया। नेपाल में लोहे का पुल और हिकिला में दो लोग बह गए। सैकड़ों नाली भूमि बही। दार्चुला प्रशासन ने नेपाल सशत्र बल के जवान आपदा प्रभावित क्षेत्र में राहत कार्य के लिए भेजे।