पिथौरागढ़। सड़क संपर्क भंग होने के कारण उच्च हिमालय में फंसे लोगों को हेलीकॉप्टर से निकालने के लिए प्रशासन का रेस्क्यू अभियान लगातार जारी है। बुधवार को हेलीकॉप्टर ने धारचूला से छह उड़ान भरी और उच्च हिमालयी गांवों में बीमार 23 लोगों को धारचूला पहुंचाया। घाटी में फंसे 25 लोगों को भी उनके मूल गांवों में पहुंचाया गया।
हेलीकॉप्टर ने बूंदी, गुंंजी, माकम कैलाश, बालिंग के लिए एक-एक और ढाकर के लिए दो उड़ान भरी। उच्च हिमालय से 23 लोगों को धारचूला पहुंचाया गया। एक दिन पूर्व उपचार के अभाव में दम तोडऩे वाली महिला के दो बच्चों को भी धारचूला लाया गया। उच्च हिमालयी गांवों में लोगों के बीमार पडऩे का मामला सामने आने के बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर चिकित्सा टीम दारमा के लिए रवाना की गई।
रं कल्याण संस्था के केंद्रीय अध्यक्ष विशन बोनाल की अगुवाई में सदस्यों ने उपजिलाधिकारी से मुलाकात की। उन्हें बताया कि उच्च हिमालय में सड़क संपर्क भंग होने और स्वास्थ्य सेवाएं सही नहीं होने के कारण धारचूला आने वाले लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं अब हेलीपैड पर काफी भीड़ जमा हो जा रही है, जिससे लोग परेशान हो रहे हैं। सदस्यों ने ढाकर और बोन गांव में भी हेलीपेड बनाए जाने की मांग भी एसडीएम के सम्मुख रखी। उपजिलाधिकारी से मिलने वालों में अशोक नबियाल, डीके फकलियाल, कृष्णा गब्र्याल आदि शामिल थे।