धारचूला में अतिवृष्टि से सात मकान जमींदोज, पांच की मौत, मुख्यमंत्री पहुंचे आपदा प्रभावित क्षेत्र, हवाई सर्वेक्षण कर लिया जायजा

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पिथौरागढ़। धारचूला के जुम्मा गांव में रविवार की रात हुई मूसलाधार बारिश ने जमकर कहर बरपाया था। अतिवृष्टि से जामुनी और नालपोली तोक में सात मकान जमींदोज हो गए थे। इस हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई थी। जबकि अभी भी दो लोग लापता हैं।

इसी क्रम में मंगलवार को हेलीकॉप्टर से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी धारचूला पहुंचे। मुख्यमंत्री ने आपदा से हुए नुकसान का हवाई सर्वेक्षण कर जायजा लिया। मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर एसएसबी के ऐलागाड़ स्थित हेलीपैड में उतरा। जहां पर वह आपदा पीड़ितों से मिले। उसके बाद हेलीकॉप्टर से धारचूला लौटे।

धारचूला के जुम्मा गांव में रविवार की रात हुई मूसलाधार बारिश ने जमकर कहर बरपाया था। अतिवृष्टि से जामुनी और नालपोली तोक में सात मकान जमींदोज हो गए थे। मलबे में तीन बहनों और उनके चाचा-चाची समेत सात लोग दब गए थे। इनमें से तीनों बहनों और दो महिलाओं के शव बरामद कर लिए गए थे, जबकि दंपती (तीनों बहनों के चाचा-चाची) लापता हैं। घटना में जुम्मा गांव के चार लोग घायल हुए थे।

जबर्दस्त भूस्खलन हुआ और सात मकान जमींदोज हो गए
रविवार की रात शुरू हुई मूसलाधार बारिश से जुम्मा गांव के जामुनी और नालपोली तोक में जबर्दस्त भूस्खलन हुआ और सात मकान जमींदोज हो गए थे। जामुनी तोक में चंद्र सिंह धामी, उनकी पत्नी हाजरी देवी और तीन भतीजियां संजना, रेनू और शिवानी मलबे में दब गईं थी।

चंद्र सिंह के बड़े भाई जोगा सिंह ने पत्नी और दो बेटों के साथ सुरक्षित स्थान की ओर भागकर जान बचाई थी। मकान ध्वस्त होने से जुम्मा के नर सिंह, जयमती, दीया और अंजली घायल हो गई थी। 

जुम्मा गांव के ही नालपोली तोक में सास-बहू मलबे में दब गईं थी। इसके अलावा, सुनीता देवी पत्नी दीपक सिंह और पार्वती देवी पत्नी लाल सिंह भी मकान ध्वस्त होने से मलबे में दब गए थे। जामुनी तोक के जोगा सिंह की तीन पुत्रियों संजना, रेनू व शिवानी के अलावा जामुनी की ही सुनीता देवी और नालपोली तोक की पार्वती देवी के शव बरामद हो गए थे। मलबे में दबे जामुनी तोक के चंद्र सिंह और उनकी पत्नी हाजरी देवी की ढूंढखोज की जा रही है। घायलों को उपचार के लिए हेलीकॉप्टर से धारचूला लाया गया है। 

टनकपुर की आशा वर्करों को पुलिस ने बस स्टेशन से वापस लौटाया
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का घेराव करने जा रही आशा वर्करों को पुलिस ने जगबूढ़ा पुल पर रोका, लेकिन बाद में मुख्यमंत्री से मिलने जाने की शर्त पर खटीमा जाने की अनुमति दे दी। जबकि टनकपुर की आशा वर्करों को पुलिस ने बस स्टेशन से ही वापस लौटा दिया। 

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का घेराव करने के लिए मंगलवार को टनकपुर-बनबसा की आशा कार्यकर्ता यूनियन की अध्यक्ष लीला ठाकुर के नेतृत्व में लगभग डेढ़ दर्जन आशा कार्यकर्ता बस में सवार होकर खटीमा जा रही थींl

जगबूढ़ा पुल पर तैनात सीओ अविनाश वर्मा और थानाध्यक्ष धर्मवीर सोलंकी की अगुवाई में पुलिस ने उन्हें खटीमा जाने से रोक दिया। आशा कार्यकर्ताओं ने पुलिस की नहीं मानी और जगबूढ़ा पुल पर ही धरने पर बैठ गईं। इस मौके पर गीता कश्यप, रेखा बाल्मीकि, निर्मला शर्मा, कमला चंद, दीपा जोशी, पुष्पा चंद, पुष्पा चौहान, मीरा कश्यप, लीला नेगी, दुर्गा देउपा सहित लगभग डेढ़ दर्जन आशा कार्यकर्ता मौजूद रहीं।

 

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