पिथौरागढ़ में भारी बारिश से तबाही, धौलीगंगा बांध का पानी छोड़ने से काली नदी उफान पर; श्मशान घाट व गौशाला बही

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पिथौरागढ़: उत्‍तराखंड के उच्च हिमालय में भारी बारिश कहर बरपा रही है। गुंजी आदि कैलास मार्ग पर स्थित नाबी में बरसात के बाद उफान पर आए नाले का पानी गांव में घुस गया। जिससे गांव में पानी और मलबा जमा हो गया है।

चार परिवारों को किया शिफ्ट
वहीं एनएचपीसी के धौली गंगा हाइड्रो प्रोजेक्ट के बांध का पानी छोड़े जाने से काली नदी उफान पर है। नदी में खोतिला में श्मशान घाट और कब्रिस्तान सहित एक गौशाला बह गई है। चार परिवारों को शिफ्ट किया जा चुका है। एक और मकान बहने की कगार पर है। नदी किनारे रहने वालों को सचेत कर दिया है।

कालापानी में नाला उफान पर, भारी भूस्खलन,
वहीं चीन-नेपाल सीमा से लगे क्षेत्र में भारी बारिश से नाला उफान पर आया। कालापानी में नाले ने कहर बरपाया। नाले से हुए भूस्खलन से पांच परिवारों की बकरियां मलबे में दब गई हैं। ग्रामीण बाल-बाल बच गए।

घटना सोमवार रात साढ़े दस बजे से साढ़े ग्यारह बजे के बीच की है। मलबे में दबे बकरियों की गिनती की जा रही है। बताया जा रहा है कि नाले ने विकराल रूप ले लिया था। ग्रामीणों ने दहशत में रात गुजारी।

चीन सीमा तक जाने वाला तवाघाट-लिपुलेख मार्ग बंद
चीन सीमा तक जाने वाला तवाघाट -लिपुलेख मार्ग मंगलवार को भी बंद रहा। कनालीछीना के ख्वांकोट में भूस्खलन से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निर्माणाधीन मकान ध्वस्त हो गया है। जिले भर में एक दर्जन सड़कें बंद हैं।

तवाघाट -लिपुलेख मार्ग पर शनिवार की सायं से बंद मार्ग यातायात के लिए नहीं खुल सका है। जिसके चलते तवाघाट से लेकर लिपुलेख तक का सम्पर्क कटा हुआ है। मार्ग के मंगलवार को खुलने की संभावना जताई जा रही है।

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